चंडीगढ़ मेयर चुनाव विवाद को लेकर राजनीतिक दलों में घमासान मचा हुआ है। अब इसी बीच भाजपा के मनोज सोनकर ने मेयर पद से इस्तीफा दे दिया है। भाजपा अध्यक्ष जितेंद्र पाल मल्होत्रा ने इस बात की पुष्टि की है। सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई से पहले मनोज सोनकर ने मेयर पद से इस्तीफा दे दिया है। भाजपा आम आदमी पार्टी के तीन पार्षदों को अपने यहां पर शामिल करवा कर अपनी संख्या बढ़ाना चाहती है। ताकि फिर से मेयर चुनाव होने पर भाजपा सोनकर को उम्मीदवार नहीं बनाना चाहती है। मालूम हो कि पिछली सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव अधिकारी अनिल मसीह को जमकर फटकार लगाई थी और चुनाव अधिकारी को कोर्ट में भी पेश होने के लिए कहा गया था।
30 जनवरी को हुए थे मेयर चुनाव
गौरतलब हो कि चंडीगढ़ मेयर चुनाव में पीठासीन अधिकारी की एक वीडियो भी वायरल हुआ था। जिसमें वह कथित रूप से अवैध करार दिए पार्षदों के वोटों पर निशान लगाते दिखाई दिए हैं। सुप्रीम कोर्ट ने इस पर चंडीगढ़ प्रशासन को फटकार लगाई थी और मामले की अगली सुनवाई 19 फरवरी को रखी गई। जिसको लेकर चंडीगढ़ प्रशासन की ओर से जवाब दाखिल किया जाएगा।
आप के तीन पार्षदों ने भाजपा ज्वाइन की
आम आदमी पार्टी ने इस चुनाव को लेकर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है, वहीं आप के तीन पार्षद भाजपा में शामिल हो गए हैं। ये पहले से ही भाजपा के संपर्क में बताए जा रहे हैं। भाजपा ज्वाइन करने वालों में पूनम, नेहा मुसावत और गुरुचरण सिंह काला शामिल हैं। अब भाजपा के पास 14 की जगह 17 पार्षद हो गए हैं और एक वोट भाजपा सांसद का पार्टी के खाते में होगा। आम आदमी पार्टी की दो महिला पार्षद और एक अन्य शुक्रवार रात से शहर से बाहर थे। हालांकि शनिवार को पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की उनसे बात हुई थी। एक पार्षद ने शादी में जाने की बात कही थी तो एक पार्षद ने स्पष्ट तौर से कह दिया है कि वह पार्टी के अंदर खुश नहीं है। हालांकि शनिवार से ही इनके फोन स्विच ऑफ पाए गए थे।
भाजपा पार्षदों की बैठक
नगर निगम में इस समय 35 पार्षद है। सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई से पहले रविवार दोपहर को सभी भाजपा पार्षदों की आपातकालीन बैठक बुलाई गई। यह बैठक पंचकूला के पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में हुई। बैठक में राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े भी मौजूद रहे। मेयर चुनाव विवाद को पूरी तरह से सुलझाने की ज़िम्मेदारी राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावडे को दी गई है। इस उठक बैठक के बीच कांग्रेस ने अपने साथ पार्षदों की घेराबंदी मजबूत कर दी है उन्हें लगता है कि कहीं उनके भी कोई पार्षद टूट कर भाजपा में शामिल न हो जाए।
कांग्रेस के पार्षद को मिला ऑफर
यह भी जानकारी है कि कांग्रेस के पार्षद जसबीर सिंह बंटी को भी भाजपा में शामिल होने का ऑफर दिया गया है। उन्हें कहा गया है कि अगर वह भाजपा में शामिल हो जाते हैं तो उसे फिर से होने वाले चुनाव में मेयर पद का उम्मीदवार बना दिया जाएगा। अगर आम आदमी पार्टी के तीन पार्षद बीजेपी में शामिल हो जाते हैं तो उनकी संख्या 18 हो जाएगी। इन 18 में एक सांसद किरण खेर का वोट है। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी अपने-अपने पार्षदों को संपर्क करने लग गई है।
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