भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच गाबा में खेला गया तीसरा टेस्ट मैच ड्रॉ हो गया। पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने स्टीव स्मिथ और ट्रेविस हेड के शतक की बदौलत 445 रनों का स्कोर खड़ा किया। इसके जवाब में टीम इंडिया की पहली पारी 260 रनों की सिमट गई। तीसरे टेस्ट का पहला दिन बारिश में धुलने के बाद ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में शानदार बैटिंग की जिसके बाद टीम इंडिया पर फॉलोआन का संकट पैदा हो गया हालांकि रवींद्र जडेजा और आकाश दीप के कारण भारतीय टीम बड़ा खतरा टालने में कामयाब रही।
इसके बाद ऑस्ट्रेलिया ने 89/7 रन के स्कोर पर अपनी दूसरी पारी घोषित करते हुए भारत को 275 रनों का लक्ष्य दिया। भारत ने 5वें दिन अपनी दूसरी पारी में 2.1 ओवर में बिना किसी नुकसान के आठ रन बना लिये थे जब बारिश के कारण टी ब्रेक जल्दी लेना पड़ा। इसके बाद बारिश तेज हो गई और कोई खेल नहीं हो सका। इस तरह मैच ड्रॉ हो गया।
अश्विन ने किया रिटायरमेंट का ऐलान
इस मैच के बाद रविचंद्रन अश्विन ने अचानक रिटायरमेंट का ऐलान कर सभी को चौंका दिया। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 के पहले टेस्ट मैच में आर अश्विन प्लेइंग-11 का हिस्सा नहीं थे लेकिन एडिलेड में खेले गए डे-नाइट टेस्ट मैच में उन्हें खेलने का मौका मिला। इसके बाद तीसरे मैच की प्लेइंग-11 से उन्हें एक बार फिर बाहर कर दिया। इस तरह एडिलेड टेस्ट अश्विन के टेस्ट करियर का आखिरी टेस्ट मैच साबित हुआ।
कुंबले और अश्विन के बीच गजब संयोग
अश्विन के रिटायरमेंट के साथ ही भारतीय क्रिकेट में एक युग का समापन हो गया। साल 2011 में टेस्ट डेब्यू करने वाले अश्विन ने 106 टेस्ट मैचों में 537 विकेट अपने नाम किए। वह अनिल कुंबले के बाद टेस्ट में 500 से ज्यादा विकेट लेने वाले दूसरे भारतीय गेंदबाज बने।कुंबले के नक्शेकदम पर चलते हुए अश्विन ने भारत के लिए टेस्ट में जमकर विकेट बटोरे। दोनों गेंदबाजों के रिटायरमेंट में भी एक गजब का संयोग देखने को मिला।
दरअसल, साल 2008 में अनिल कुंबले ने भी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी की तीसरा टेस्ट मैच ड्रॉ होने के बाद ही रिटायरमेंट का ऐलान किया था। कुंबले की तरह अश्विन का रिटायरमेंट भी तीसरे टेस्ट के ड्रॉ होने के बाद आया है। यही नहीं, अनिल कुंबले ने अपना आखिरी शिकार मिचेल जॉनसन के रुप में किया था और अश्विन ने भी अपना आखिरी विकेट मिचेल मार्श का झटका।
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