एयर इंडिया एक्सप्रेस के बेंगलुरु-वाराणसी विमान का उड़ान के दौरान हवा में कॉकपिट खोलने की कोशिश के बाद हाइजैंक की आशंका के मद्देनजर नौ पैसेंजर को लैंडिग के बाद हिरासत में लेकर वाराणसी में पूछताछ चल रही है। सुबह 10.22 बजे वाराणसी पहुंचे विमान में दो यात्रियों ने कॉकपिट के गेट के बगल में बने कोड पैनल में कुछ नंबर डाला, जिससे पायलटों को अलर्ट आया कि कोई कॉकपिट में घुसना चाहता है। पायलट ने सीसीटीवी कैमरे में अनचान चेहरों को देखकर रिक्वेस्ट रिजेक्ट कर दिया। पैसेंजर्स ने यह कोशिश बार-बार की और पायलट ने हर बार कॉकपिट खोलने के आग्रह को रिजेक्ट कर दिया।
फ्लाइट के इंजन में लगी आग
अब तक मिली जानकारी के अनुसार पैसेंजर्स ने कॉकपिट में घुसने के लिए कुछ कोड भी डाला था जो सही था या गलत, अभी साफ नहीं है लेकिन उस कोड को डालने से पायलट को पता चला कि कोई अंदर आना चाहता है। कॉकपिट में लगे स्क्रीन पर केबिन का फुटेज देखकर पायलट ने यह समझ लिया कि ये कोई क्रू मेंबर नहीं है तो उसने कॉकपिट में घुसने का आग्रह ठुकरा दिया। पैसेंजर ने बार-बार यह कोशिश की और पायलट उसे हर बार रिजेक्ट करता रहा। पायलट को हाईजैक की कोशिश की आशंका हुई और उसने गेट नहीं खोला और इस तरह की कोशिश की जानकारी एटीसी को दी। वहां सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट कर दी गईं।
कॉकपिट का गेट खोलने की हुई कोशिश
बता दें कि ज्यादातर हवाई जहाज के कॉकपिट को अंदर से ही खोला जा सकता है। वाराणसी में लैंडिंग के बाद दोनों यात्रियों के साथ सफर कर रहे सात और यात्रियों को पुलिस के हवाले कर दिया गया है। जहां डीसीपी उनसे पूछताछ कर रहे हैं। शुरुआती जानकारी के अनुसार पैसेंजर ने बताया है कि वो पहली बार हवाई जहाज में चढ़ा था और उसने कॉकपिट को टॉयलेट समझकर गेट खोलने की कोशिश की थी। यात्री ने दावा किया है कि फ्लाइट के क्रू मेंबर ने जब उसे बताया कि उसने कॉकपिट का गेट खोलने की कोशिश की है तो वो चुपचाप अपनी जगह पर लौट गया। डीजीसीए के प्रोटोकॉल के मुताबिक लैंडिंग के बाद संबंधित यात्रियों को पहले सीआईएसएफ के हवाले किया, जिसने उन्हें स्थानीय पुलिस को सौंप दिया है।
कॉकपिट बाहर से नहीं अंदर से खुलता है
वाराणसी के बाबतपुर एयरपोर्ट पर लैंडिंग के बाद कॉकपिट खोलने की कोशिश करने वाले दो लोगों समेत कुल नौ यात्रियों को हिरासत में लिया गया है। सभी को बाबतपुर पुलिस चौकी लाकर पूछताछ की जा रही है। वाराणसी वरुणा जोन के डीसीपी आकाश पटेल भी यात्रियों से पूछताछ के लिए पहुंचे हैं। विमान में 163 यात्री सवार थे। विमान का वाराणसी पहुंचने का निर्धारित समय 10.45 बजे है, लेकिन वह समय से पहले 10.22 बजे ही उतर गया।
फ्लाइट सर्विस में समये से पहले लैंडिंग आम बात है। अनुभवी पायलट और कॉकपिट क्लासेज संस्थान के निदेशक कैप्टन अरविंद पांडेय ने कॉकपिट खोलने के तौर-तरीकों के सवाल पर कहा कि बाहर से कॉकपिट नहीं खोला जा सकता है। अंदर से पायलट जब कॉकपिट खोलेगा, तभी कोई अंदर से बाहर या बाहर से अंदर जा सकता है। जब उनको पैंसेंजर द्वारा पास कोड डालने की बात बताई गई तो उन्होंने कहा कि इस तरह का कोई कोड ज्यादातर विमानों में नहीं है।
एयर इंडिया के कॉकपिट में क्या हुआ
कैप्टन अरविंद पांडेय ने बताया कि जिस विमान की बात की जा रही है वो बोइंग की 737 मैक्स 8 है। इस जहाज के कॉकपिट के गेट पर एक पैनल है, जिसके जरिए केबिन क्रू मेंबर कॉकपिट में आने के लिए पायलट से इजाजत मांगते हैं। पांडेय ने कहा कि पूरे मामले की जानकारी तो सुरक्षा एजेंसियां पूछताछ के बाद ही देंगी लेकिन अनुमान है कि पैसेंजर का कोड सही रहा हो या गलत लेकिन इससे पायलट को बटन दबाने से यह पता चल गया होगा कि कोई अंदर आना चाहता है। पायलट ने कैमरे में देखा होगा कि गेट पर केबिन क्रू नहीं बल्कि कोई यात्री है तो उन्होंने रिक्वेस्ट को रिजेक्ट कर दिया होगा।
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