Sunday, June 15, 2025
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लेखपालों के बाद अब कौन ? एसडीएम – तहसीलदारों पर लटकी तलवार !

आईजीआरएस पोर्टल पर आई शिकायतों के निस्तारण में लेखपालों पर सांकेतिक कार्रवाई के बाद अब खराब प्रदर्शन करने वाले एसडीएम, तहसीलदार व अन्य अफसरों की भी सूची तैयार की जा रही है। इनसे अंतिम चेतावनी जारी कर महीने की प्रगति पूछी जाएगी। इसके बाद कार्रवाई होगी। आईजीआरएस पोर्टल पर आई शिकायतों के निस्तारण में प्रयागराज सूबे में 75वें स्थान पर है।

जबकि प्रदेश सरकार, कमिश्नर और डीएम हर बैठक में इसकी मॉनिटरिंग करने के लिए चेतावनी दी। बावजूद इसके कोई भी सुधार नहीं हुआ। अप्रैल में प्रयागराज 75वें स्थान पर था, मई की रैंकिंग जारी हुई तो स्थान वहीं पर बना रहा। जबकि इस दो महीनों के बीच में हर अधिकारी और कर्मचारी को एक के बाद एक कई नोटिस देकर रैंकिंग सुधारने का निर्देश दिया गया। बावजूद इसके सुधार एक फीसदी भी नहीं दिखा।

समीक्षा बैठक में गायब रहते हैं अफसर

अफसरों ने बताया कि जब आईजीआरएस पोर्टल की शिकायतों के निस्तारण की समीक्षा की जाती है तो कई अफसर गायब हो जाते हैं। निस्तारण करने वाले कई अधिकारी अपने प्रतिनिधि को भेज देते हैं, जबकि काम उन्हें करना है। ऐसे में किसी को जानकारी ही नहीं रहती कि करना क्या है और नतीजा जिला लगातार पिछड़ रहा है।

एडीएम सिटी ने दिया था प्रोफॉर्मा

एडीएम सिटी को आईजीआरएस पोर्टल पर आई शिकायतों निस्तारण का नोडल अधिकारी बनाए गए। लापरवाह अफसरों व कर्मचारियों को नोटिस इनकी ओर से भी दिया गया। इसके साथ ही एडीएम सिटी ने एक प्रोफॉर्मा दिया था, जिससे अलग-अलग कॉलम बनाकर दिए गए थे कि निस्तारण कैसे करना है और जवाब क्या देना है। बावजूद इसके किसी ने प्रोफॉर्मा को भी नहीं भरा।

जिलाधिकारी रविंद्र कुमार मांदड़ ने बताया कि आईजीआरएस पोर्टल पर आने वाली शिकायतों का गुणवत्ता पूर्वक निस्तारण करना होगा। इसके लिए जिम्मेदार तय हैं। जिम्मेदारों को अपना काम पूरा करना होगा। लापरवाही करने वाले एसडीएम, तहसीलदारों और अन्य अफसरों की सूची तैयार की जा रही है। सभी अपने काम में सुधार कर तत्काल प्रभाव से निस्तारण करें, नहीं तो कार्रवाई के लिए संस्तुति की जाएगी।

निलंबन से लेखपाल नाराज, प्रदर्शन जारी

संपूर्ण समाधान दिवस, समाधान दिवस, आईजीआरएस निस्तारण, वरासत का सत्यापन, आय-जाति, निवास प्रमाणपत्र, ईडब्ल्यूएस प्रमाणपत्र, एक लेखपाल और हजार काम। आखिर सभी काम गुणवत्ता के साथ कैसे हो। नई भर्ती पर कोई बात नहीं, लगातार काम का दबाव बढ़ाया जा रहा है। इन्हीं बातों को लेकर 16 लेखपालों के निलंबन के खिलाफ जिला कार्यकारिणी का प्रदर्शन दूसरे दिन भी जारी रहा। जिलाध्यक्ष राजकुमार सागर और जिलामंत्री अवनीश पांडेय का कहना है कि आठ तहसील में 575 लेखपाल अतिरिक्त काम कर रहे हैं। काम का दबाव रहेगा तो अतिरिक्त काम संभव नहीं है।

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