उत्तर प्रदेश के संभल की शाही जामा मस्जिद में रंगाई-पुताई के लिए इलाहाबाद हाईकोर्ट ने तीन सदस्यीय समिति गठित की है। यह समिति रमजान से पहले मस्जिद की रंगाई-पुताई का काम कराएगी। तीन सदस्यीय कमेटी मस्जिद परिसर का निरीक्षण करेगी। इसके बाद समिति यह तय करेगी कि मस्जिद के मूल ढांचे को नुकसान पहुंचाए बिना रंगा-पुताई कैसे की जाए। तीन सदस्यीय कमेटी कल (28 फरवरी) सुबह 10 बजे हाईकोर्ट के समक्ष रंगाई-पुताई पर विस्तार से पूरी जानकारी कोर्ट के सामने रखेगी।
मस्जिद कमेटी की तरफ से इलाहाबाद हाईकोर्ट में रमजान शुरू होने से पहले मस्जिद की रंगाई पुताई के लिए सिविल रिवीजन याचिका दाखिल की गई है। इस याचिका में मस्जिद की रंगाई-पुताई की अनुमति मांगी गई है। इलाहाबाद हाईकोर्ट इस मामले पर शुक्रवार सुबह दस बजे फिर सुनवाई करेगा।
मुस्लिम पक्ष की याचिका पर समिति का गठन
संभल की शाही जामा मस्जिद कमेटी की याचिका पर इलाहाबाद हाईकोर्ट में गुरुवार को सुनवाई हुई। कोर्ट ने मुस्लिम पक्ष की याचिका पर विचार करते हुए तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया, जिसमें मस्जिद के मुतवल्ली को भी शामिल किया गया। कमेटी में एएसआई भी शामिल रहेगी। कमेटी गुरुवार को मस्जिद का निरीक्षण कर शुक्रवार को कोर्ट में अपनी रिपोर्ट सौपेंगी। कमेटी की रिपोर्ट पर कोर्ट अपना आदेश कल सुना सकती है।
हाईकोर्ट का बयान
गुरुवार को सुनवाई करते हुए कोर्ट ने कहा कि क्योंकि रमजान का महीना शुरू होने वाला है, इसलिए मस्जिद में रंगाई पुताई की जरूरत है। इस दौरान मस्जिद में बिना किसी ढांचे को नुकसान पहुंचाए रंगाई पुताई कैसे होगी ये कमेटी की रिपोर्ट के बाद कोर्ट तय करेगा।
क्यों विवादों में है संभल मस्जिद ?
हिंदू पक्ष का दावा है कि हरि हर मंदिर को तोड़कर संभल की शाही जामा मस्जिद बनाई गई थी। इसे लेकर 19 नवंबर को स्थानीय अदालत में याचिका दाखिल की गई थी। कोर्ट ने जामा मस्जिद में एएसआई सर्वे की अनुमति दे दी थी। इसी सर्वे के दूसरे दिन बवाल हो गया था। पुलिसकर्मियों और उपद्रवियों के बीच हुई झड़प में चार लोगों की मौत हो गई थी और पुलिसकर्मी सहित बड़ी संख्या में लोग घायल हुए थे। इसके बाद से यह मस्जिद विवादों में बनी हुई है।
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