झारखंड के जमशेदपुर के शास्त्रीनगर में धार्मिक झंडे के अपमान को लेकर रविवार (9 अप्रैल) को एक बार फिर दो गुट आमने सामने आए. इस दौरान पत्थरबाजी और आगजनी भी हुई. दोनों गुटों की ओर से धार्मिक नारेबाजी भी की गई है.सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंची. देर रात तक पूरे क्षेत्र को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया.
पुलिस अधिकारीयों के मुताबिक घटना के बाद इलाके में सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू करनी पड़ी. घटना के दौरान हिंसक भीड़ ने बहुत उत्पात मचाया ,दो दुकानों और एक ऑटो-रिक्शा को आग लगा दी. उन्होंने बताया कि पथराव में छह लोग घायल हुए.पुलिस ने भीड़ को हटाने के लिए आंसू गैस के गोले दागे।उप-संभागीय अधिकारी (धलभूम) पीयूष सिन्हा ने कहा कि “दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू की गई है.”
रामनवमी पर भी हुई थी हिंसा
इससे पहले रामनवमी पर झारखंड के जमशेदपुर के हल्दीपोखर इलाके में दो गुटों के बीच झड़प हुई थी. एक समूह की ओर से जुलूस का विरोध किए जाने के बाद यहां रामनवमी विसर्जन जुलूस के दौरान पथराव किया गया. दूसरे समूह ने फिर ‘हनुमान चालीसा’ पाठ का आयोजन किया था. इस दौरान हुई आगजनी में लगभग पांच लोग घायल हो गए थे. रामनवमी समारोह के दौरान पश्चिम बंगाल के हावड़ा और बिहार के सासाराम और नालंदा से हिंसा की घटनाएं सामने आई थीं.
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