सरफराज़ अंसारी : सम्भल :- अकीदत के साथ अदा हुई अलविदा की नमाज़ मस्जिदों में उमड़ी रोजेदारों की भीड़।अलविदा की नमाज के बाद मांगी गई। दुनिया में अमनो अमान की दुआं। अलविदा की नमाज़ अकीदत के साथ अदा किया गया। अलविदा की नमाज़ के बाद मस्जिद के इमाम ने रमज़ान के रोज़ों की अहमियत के बारे में बताया और रमजान की फजीलत पर रोशनी डाली। इमाम साहब ने बताया कैसे नबी व सहाबा गर्मी की तपती धूप में रोजा रखते थे और ईबादत किया करते थे। बतादे कि शहर के मुस्लिम इलाके रमजान माह में गुलजार हो जाते हैं। दिन में बंद रहने वाले होटल पूरी रात खुल रहते हैं। रमजान माह में नमाज रोजेदारों ने अकीदत के साथ अदा किया। ज़ियादतर रोजेदार पांचों वक्त की नमाज अदा कर रहे हैं। और मस्जिदें नमाजियों से भरी हैं। रमजान माह में जुमे की अलग अहमियत होती है। चंदौसी की जामामस्जिद, के साथ साथ चन्दौसी की बड़ी मस्जिद ,राज मोहल्ले बाली मस्जिद,सुनहरी मस्जिद, पुरानी कचहरी वाली मस्जिद आदि मुस्लिम इलाकों में अलविदा की नमाज मस्जिदों में बड़ी अकीदत के साथ पढ़ी गई। नमाज से पूर्व उलेमाओं ने रोजे की अहमियत के बारे में बताया अलविदा की नमाज के बाद दुनिया में अमनो अमान की दुआं की गई।मस्जिदों के बाहर पुलिस प्रशासन मुस्तैद रहा कहीं भी किसी भी मस्जिद के बाहर सड़कों पर नमाज अदा नहीं की गई सारे नमाजियों ने नमाज को मस्जिदों के अंदर ही रहकर पड़ा मस्जिद के बाहर चंदौसी के उपजिला अधिकारी क्षेत्राधिकारी कोतवाली प्रभारी मौजूद रहे।
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