पंचांग के अनुसार, इस समय पौष माह (Paush Month) का शुक्ल पक्ष चल रहा है. 15वीं तिथि को पूर्णिमा तिथि होती है. इस दिन व्रत, स्नान एवं दान (Snan Daan) का बड़ा ही महत्व होता है. पूर्णिमा के दिन स्नान और दान करने से पुण्य लाभ होता है. इस दिन चंद्रमा की पूजा करने से कुंडली में चंद्र दोष (Chandra Dosh) दूर होता है, चंद्रमा की स्थिति मजबूत होती है. पूर्णिमा की रात माता लक्ष्मी की भी पूजा करने का विधान है. इस दिन ज्योतिष उपाय (Astrology Tips) करके माता लक्ष्मी को प्रसन्न किया जाता है, ताकि जीवन में धन-धान्य की कमी न हो. आइए जानते हैं कि नए साल 2022 की पहली पूर्णिमा कब है?
पौष पूर्णिमा 2022 तिथि एवं दिन
पंचांग के अनुसार पौष माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि का प्रारंभ 17 जनवरी दिन सोमवार को तड़के 03 बजकर 18 मिनट पर हो रहा है. इस तिथि का समापन 18 जनवरी दिन मंगलवार को प्रात: 05 बजकर 17 मिनट पर होगा. ऐसे में पूर्णिमा तिथि 17 जनवरी को है. इस दिन ही पौष पूर्णिमा का व्रत रखा जाएगा. इस दिन साल 2022 की पहली पूर्णिमा होगी.
पौष पूर्णिमा 2022 व्रत मुहूर्त
जो लोग 17 जनवरी को पूर्णिमा व्रत रखेंगे. उनके लिए उस दिन शुभ मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 20 मिनट से दोपहर 12 बजकर 52 मिनट तक है. यह अभिजित मुहूर्त है, जिसे शुभ कार्यों के लिए अच्छा माना जाता है.
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पौष पूर्णिमा 2022 स्नान एवं दान
17 जनवरी को पौष पूर्णिमा का स्नान आप सुबह में कर सकते हैं. उस दिन स्नान के बाद किसी गरीब या ब्राह्मण को अन्न, गरम कपड़े, शक्कर, घी आदि का दान कर सकते हैं. जिन लोगों को चंद्रमा से जुड़े दान करने हैं, उनको दही, शंख, घी वाला कलश, मोती या चांदी, सफेद वस्त्र आदि का दान करना चाहिए. इससे चंद्रमा मजबूत होता है.