डिजिटल डेस्क : म्यांमार में लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शनकारियों की धमकियों के मद्देनजर कम से कम 60 प्रशासनिक अधिकारियों ने इस्तीफा दे दिया है। जुंटा ने घोषणा की है कि वह अब देश के मैगवे क्षेत्र के नटमौक शहर में अपने कर्तव्यों का पालन नहीं करेगा।
म्यांमार स्थित मीडिया आउटलेट इराबाती ने मंगलवार (9 नवंबर) को बताया कि 1 नवंबर को मैगवे स्थित प्रतिरोध समूह बेकाथानो पीपुल्स डिफेंस फोर्स (पीडीएफ) ने स्थानीय प्रशासकों को दो सप्ताह के भीतर इस्तीफा देने का अल्टीमेटम जारी किया। नहीं तो अंजाम भुगतने की धमकी दी।
नतीजा यह रहा कि पिछले शनिवार (8 नवंबर) तक नटमौक के 60 से अधिक वार्ड व ग्राम प्रशासकों ने इस्तीफा दे दिया है.एक स्थानीय अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि कई लोग अपने इस्तीफे की घोषणा ऑनलाइन कर रहे हैं। जान जोखिम में डालने के डर से उन्होंने ऐसा किया।
नटमौक के कांगमा वार्ड के एक निवासी ने कहा, “मुझे लगता है कि उन्होंने पीडीएफ की धमकी के कारण इस्तीफा दे दिया है।” क्योंकि यह उनके लिए जीवन-मरण का प्रश्न है। इसके अलावा, परिवार पर इस्तीफा देने का दबाव हो सकता है।इस महीने की शुरुआत में जुंटा द्वारा नियुक्त ग्राम-क्षेत्र प्रशासक और एक शिक्षा अधिकारी ने नटमाऊ की हत्या कर दी थी।
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“हमारे गांव में कोई भी प्रशासक के रूप में काम नहीं करना चाहता,” कलारशिन गांव के निवासी ने कहा, जो नाम नहीं लेना चाहता था। मारे गए शिक्षा अधिकारी हड़ताली शिक्षकों पर काम पर लौटने का दबाव बना रहे थे। उसकी हत्या के तीन दिन बाद उसका शव मिला था। मुझे लगता है कि यही इस्तीफे का कारण है।