गुजरात के बोटाद और अहमदाबाद में हुए ज़हरीली शराब कांड से सबक लेते हुए अब राज्य की पुलिस एक्शन मोड में आ गई है । अवैध शराब बिक्री पर लगाम लगाने के लिए दक्षिण गुजरात के एडिशनल DGP राजकुमार पांडियन ने केमिकल का कारोबार करने वाले और कारोबारियों की एक बैठक ली । बता दें कि गुजरात में जहरीली शराब का ये मामला सोमवार को सुबह सुर्खियों में आया, जब बोटाद जिले के रोजिद गांव और आस-पास के इलाकों में कुछ लोगों की तबीयत खराब हो गई थी | इसके बाद इन लोगों को बारवला इलाके में सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था|
राज्य में पिछले 12 घंटे में 9 और लोगों की मौत हुई है | इसके साथ ही जहरीली शराब से अबतक मरने वालों की संख्या 42 हो चुकी है | इनमें से बोटाद अस्पातल में 31 लोगों की मौत हुई है, जबकि अहमदाबाद के अस्पताल में 11 लोगों ने जान गंवाई है |
पुलिस जांच में पता चला है कि जयेश उर्फ राजू नाम के एक व्यक्ति ने अहमदाबाद के एक गोदाम से 600 लीटर मिथाइल अल्कोहल चुराया था, जहां वह मैनेजर के रूप में काम करता था और फिर 25 जुलाई को अपने बोटाद स्थित चचेरे भाई संजय को 40 हजार रुपये में बेच दिया |
एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार पुलिस ने बताया कि इस इलाके के आस-पास के अपराधी किस्म के लोग मिथाइल अल्कोहल अथवा मेथानॉल में पानी मिलाकर जहरीली शराब बना रहे थे | ये रसायनिक मिश्रण बेहद जहरीला है| ये लोग इसे बाजार में 20 रुपये पाउच में बेच रहे थे | लगभग 24 आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 302, 328 120-B के तहत केस दर्ज किया | पुलिस ने अबतक इनमें से 14 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है |
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