उत्तर प्रदेश में सीएम योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में राज्य सरकार महिला आर्थिक सशक्तीकरण में भी शानदार प्रयास कर रही है। महिला आर्थिक सश्क्तीकरण (WEE) सूचकांक में लखनऊ, वाराणसी, झांसी, गौतमबुद्धनगर, प्रयागराज शीर्ष पर हैं। उद्यमिता, रोजगार, शिक्षा, कौशल, सुरक्षा और सुरक्षा-परिवहन के आधार पर 75 जिलों का विश्लेषण किया गया है। 49 संकेतकों और 15 विभागों से जुटाए गए आंकड़ों पर आधारित रिपोर्ट से महिला आर्थिक सशक्तीकरण की एक नई तस्वीर सामने आई है।
तकनीकी और व्यावसायिक शिक्षा में भागीदारी बढ़ी
महिलाएं अब पारंपरिक भूमिकाओं से आगे निकलकर को नेतृत्व और स्वरोजगार को अपना रही हैं और इसमें सफलता भी मिल रही है। उज्जवला योजना, स्वच्छ भारत मिशन, पुलिस भर्ती, शिक्षक भर्ती में महिलाओं को प्राथमिकता मिल रही है। तकनीकी और व्यावसायिक शिक्षा में भी महिलाओं की भागीदारी बढ़ी है। चैंपियन जिलों में सरकारी योजनाओं की प्रभावी पहुंच, महिलाओं की सक्रिय भागीदारी और मजबूत संरचनात्मक समर्थन ने उल्लेखनीय परिणाम दिए हैं।
शिक्षा, सुरक्षा और परिवहन में सुधार हो रहा है। तकनीकी और व्यावसायिक प्रशिक्षण केंद्रों में महिलाओं की पहुंच बढ़ाने के लिए विशेष कार्यक्रम शुरू किए गए हैं। मिशन शक्ति जैसे अभियानों ने सुरक्षा और सामाजिक चेतना को बढ़ावा दिया है।
महिला भागीदारी बढ़ी
‘चैंपियन’ जिलों में महिलाओं की भागीदारी तेजी से बढ़ रही है। लखनऊ, कानपुर नगर, वाराणसी, झांसी, सुलतानपुर, गौतमबुद्ध नगर, प्रयागराज, अयोध्या, सोनभद्र, रायबरेली, गोरखपुर, देवरिया, अम्बेडकरनगर, आगरा और गाजियाबाद जैसे जिले ‘चैंपियन’ श्रेणी में शामिल हैं। ODOP, उज्जवला, मिशन शक्ति जैसी योजनाओं से तस्वीर बदली है।
क्या है महिला आर्थिक सश्क्तीकरण सूचकांक ?
महिला आर्थिक सश्क्तीकरण सूचकांक (WEE) सूचकांक एक डेटा आधारित टूल है, जिसके जरिए यह पता लगाया जाता है कि राज्य के किन जिलों में महिलाएं सरकारी योजनाओं और संसाधनों का सही लाभ उठा पा रही हैं और कहां योजनाएं सिर्फ फाइलों तक ही सिमटी हैं।
>> उद्यमिता और स्वरोजगार
>> रोजगार में भागीदारी
>> शिक्षा व कौशल विकास
>> आजीविका के अवसर
>> सुरक्षा और परिवहन ढांचा
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