लखनऊ : ललितपुर के पाली में गैंगरेप पीड़िता के साथ थाने में दुष्कर्म की घटना को लेकर पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने सरकार को घेर लिया है. पीड़िता की मां से मुलाकात के बाद उन्होंने कहा कि थाने अफरातफरी का केंद्र बन गए हैं. भाजपा की सरकार बनने के बाद महिलाओं पर अत्याचार बढ़े हैं। उनकी पार्टी पाली की बेटी को न्याय दिलाने में मदद करने के लिए तैयार है। उन्होंने योगी सरकार से पूछा है कि क्या थाने पर भी बुलडोजर चलेगा?
अखिलेश यादव पहले जिला अस्पताल गए जहां उन्होंने किशोरी की मां से मुलाकात कर घटनाक्रम की जानकारी ली. उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया। इसके बाद पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने चंदौली और ललितपुर की घटनाओं के लिए भारतीय जनता पार्टी सरकार को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि थानों में गरीबों की सुनवाई नहीं हो रही है. शिकायत के बावजूद जिम्मेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं की जाती है। विभागीय लापरवाही को खारिज करने की बजाय रेखा को देखा जा रहा है। पुलिस को पता था कि आरोपी इंस्पेक्टर कहां है। इसलिए उसे गिरफ्तार किया गया। घटनाओं को अंजाम देने के बाद पुलिस कहानी बदल रही है।
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सपा अध्यक्ष ने सवाल उठाया कि अब थाने पर बुलडोजर चलेगा या नहीं. सरकार जानबूझकर महंगाई की बात नहीं करना चाहती। स्टील, सीमेंट सब महंगा हो गया। गरीब घर नहीं बना पा रहे हैं। बेरोजगारी से ध्यान हटाने के लिए लाउडस्पीकरों को हटाया जा रहा है। भाजपा भारत की धर्मनिरपेक्ष तानाशाही को नहीं जानती है। जिससे माहौल खराब होता जा रहा है। उन्होंने विधानसभा चुनाव में हार के कारणों के सवाल से परहेज किया। उन्होंने बलिया और कानपुर का उदाहरण देते हुए पत्रकारों के प्रति सरकार के रवैये पर भी सवाल उठाया.
थाने में शिकायत करने जा रही बेटियां नहीं सुरक्षित
राज्य के ललितपुर जिले के पाली थाने में नाबालिग के साथ हुआ बलात्कार की शिकायत दर्ज कराने गई 13 वर्षीय किशोरी से थाने में ही थाना प्रभारी द्वारा रेप किए जाने की घटना को लेकर अखिलेश यादव ने कहा कि थाने में पुलिस से न्याय मांगने पहुंच रही बेटियों का वहीं रेप कर रही है। इस तरह से तो बेटियां सुरक्षित नहीं है। वहीं योगी सरकार पर निशाना साधते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि मैं यही पूछना चाहता हूं कि क्या पुलिस स्टेशन पर बुलडोजर चलेगा या नहीं चलेगा? क्या थाने अराजकता के सेंटर नहीं बन गए।