आंध्र प्रदेश की राजधानी में बदलाव किया गया है। अब राज्य की राजधानी अमरावती नहीं होगी। मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने इसे लेकर बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने ऐलान किया है कि विशाखापट्टनम को दक्षिण भारतीय राज्य आंध्रप्रदेश की नई राजधानी के रूप में जाना जाएगा। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि राज्य की राजधानी को विशाखापत्तनम स्थानांतरित किया जाएगा। मुख्यमंत्री रेड्डी ने कहा कि वह अपना कार्यालय विशाखापत्तनम में स्थानांतरित करेंगे। 23 अप्रैल, 2015 को आंध्र सरकार ने अमरावती को अपनी राजधानी घोषित किया था। फिर 2020 में, राज्य ने तीन राजधानी शहर बनाने की योजना बनाई। जिनमें अमरावती, विशाखापत्तनम और कुरनूल शामिल थे।
अभी अमरावती है आंध्र प्रदेश की राजधानी
अभी आन्ध्र प्रदेश की राजधानी अमरावती है। तत्कालीन मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने तमाम विवादों को दरकिनार कर 23 अप्रैल, 2015 को आंध्र प्रदेश की नई राजधानी के लिए अमरावती को चुना था। वहीं 22 अक्टूबर, 2015 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अमरावती में नई राजधानी के निर्माण के लिए बुनियाद रखी। लेकिन जगन मोहन रेड्डी की सरकार ने बीते साल नवंबर में विवादास्पद आंध्र प्रदेश विकेंद्रीकरण और सभी क्षेत्रों के समावेशी विकास अधिनियम 2020 को निरस्त कर दिया था।
विशाखापट्टनम का इतिहास और उससे जुड़ी जरुरी जानकारियां
आंध्र सरकार की राजधानी को विशाखापत्तनम चुनने के पीछे कई वजहें हैं। शहर की कनेक्टिविटी परफेक्ट है, जिसमें यह हाईवे, रेल, हवाई और जलमार्ग से जुड़ा है। इसके साथ ही शहर की आर्थिक क्षमता भी ज्यादा है, जिसमें संपन्न बंदरगाह, आईटी उद्योग और इस्पात संयंत्र के अलावा एक प्रमुख आर्थिक केंद्र हैं। यदि इस शहर की प्राकृतिक सुंदरता की बात करें तो यहां हरियाली और खूबसूरत नजारों का एक ऐसा समावेश है। जो हर किसी को मोहित कर लेता है। विशाखापट्टनम देश के प्रमुख पर्यटन स्थलों में शुमार है। सरकार शहर को भौतिक रूप से और भी खूबसूरत बनाने के लिए बुनियादी ढांचे में पर योजनायें बना रही है। इसके साथ ही सरकार इसके सुधार में निवेश कर रही है, जिससे निवेशकों और व्यवसायों के लिए इसे ज्यादा आसान बनाया जा सके।
वैश्विक शिखर सम्मेलन विशाखापट्टनम में होगा आयोजित
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम एक वैश्विक शिखर सम्मेलन का आयोजन कर रहे हैं। यह 3 और 4 मार्च को विशाखापट्टनम में आयोजित होने जा रहा है। मैं इस अवसर को आप सभी को व्यक्तिगत रूप से शिखर सम्मेलन में आमंत्रित कर रहा हूं। उन्होंने उद्योग जगत के लोगों से बैठक में हिस्सा लेने और राज्य में निवेश करने का अनुरोध भी किया। साथ ही साथ मुख्यमंत्री जगन रेड्डी ने कहा आप सभी से अनुरोध है कि आप ना केवल यहां आएं बल्कि विदेशों में अपने सहयोगियों के सामने इसे लेकर एक अच्छा और एक मजबूत शब्द भी रखें। मालूम हो कि वह दिल्ली में अंतरराष्ट्रीय राजनयिक गठबंधन की बैठक में बोल रहे थे। मुख्यमंत्री जगन रेड्डी ने विदेशी और घरेलू निवेशकों से आग्रह करते हुए कहा कि वे यहां आएं और देखें कि आंध्र प्रदेश राज्य में व्यापार करना कितना आसान है।
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