सिद्धार्थनगर –सिद्धार्थनगर जिले में आज एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है । यहां ग्रामीणों ने एक सरकारी स्कूल में ही ताला बंद कर दिया। जहां स्कूली बच्चे घंटो विद्यालय के बाहर खड़े रहे। बाद में पुलिस के ताला खुलवाने के बाद बच्चे स्कूल में प्रवेश कर सके। मामला जोगिया विकास क्षेत्र के प्रथमिक विद्यालय कुसमहर गॉव का है । आपको बताते चलें कि यह प्राथमिक विद्यालय खलिहान के जमीन पर बना है। विद्यालय बनने के समय इस जमीन पर ग्रामीणों का कब्जा हुआ करता था। जब इस जमीन पर स्कूल बनाने की बात आई तो ग्रामीणों से कहा गया आप जमीन को खाली कर दीजिए आप लोगों को दूसरे जगह जमीन दी जायेगी।
लेकिन स्कूल बनने के बाद इन लोगों को कही भी जमीन नही दी गई। जिससे गुस्साए ग्रामीणों ने आज सुबह ही स्कूल में ताला बंद कर दिया। जिससे स्कूली बच्चे काफी देर तक विद्यालय के गेट पर खड़े रहे। प्रशासनिक अमले में इसकी सूचना के बाद हड़कम्प मच गया। तत्काल जोगिया के एसडीआई पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों को काफी मनाने के बाद स्कूल का ताला खुला। वही शिक्षा विभाग के आलाधिकारी विद्यालय के ताला खुलने के बाद राहत महसूस कर रहे है।
स्कूल में बांटी धरम विशेष पर किताब
मानले की शुरुकात इस तरह हुई जब स्कूल के कक्षा 11 के एक छात्र ने कहा की एक धरम विरोधी किताब शिक्षाओं निर्मिला ने उससे दी है जिसके कवर पर कथित रूप से जवाहरलाल नेहरू को उद्धृत करतें हुए धर्म विशेष के बारे में कुछ लिखा गया हैं.मामला स्कूल के पहुंचने पर शिक्षा विभाग ने अब जांच के लिए एक कमेटि बनाई है.वही स्कूल के प्रिंसिपल मुकेश कुमार का कहना है की 28 फेरवारी को सरपंच सोनिया गुज़र के पिता मनरूप गुज़र सहित ग्रामीणों ने इस मामले में शिकायत का थी.
स्कूल में ग्रामीणों के बाद मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी चौधिरी ने शिक्षाका एपीओ करने का आदेश जारी किया हैं.इसके बाद अशिद अतिरिख ब्लॉक शिक्षा अभिकारी भवर लाल सेन ने ग्रामीणों को शांत करवाकर राजकिय उच्च माध्यमिक विधायक रूपुरा का गेट खुलवाया।
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