नई दिल्ली: महामारी के बाद व्यापार, व्यापार और आर्थिक गतिविधियों में सुधार के बाद देश को रोजगार के मामले में राहत मिलने लगी है। बेरोजगारी में कमी के संकेत। अप्रैल-जून 2021 की तरह जुलाई-सितंबर 2021 में सरकार को रोजगार के मोर्चे पर बड़ी राहत मिली है। शहरी क्षेत्रों में बेरोजगारी तिमाही आधार पर 2.8 प्रतिशत घटी है।
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) द्वारा जारी श्रम सांख्यिकी सर्वेक्षण के अनुसार, जुलाई-सितंबर 2021 में शहरी क्षेत्रों में 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों में बेरोजगारी दर गिरकर 9.8 प्रतिशत हो गई। यह पिछले साल की समान अवधि में 13.2 प्रतिशत थी, जो अप्रैल-जून 2021 में 12.6 प्रतिशत थी।
पता करें कि सबसे ज्यादा बेरोजगारी कब थी
बेरोजगारी दर को कार्यबल में बेरोजगार लोगों के प्रतिशत के रूप में मापा जाता है। एनएसओ का कहना है कि जुलाई-सितंबर 2020 में देश में बेरोजगारी दर सबसे ज्यादा थी। कोरोना महामारी को नियंत्रित करने के लिए देशव्यापी लॉकडाउन के कारण बेरोजगारी चरम पर थी।
Read More : “पश्चिम बंगाल में धारा 355 लागू हो”: राष्ट्रपति से मिलने को बेताब कांग्रेस नेता
महिलाओं की बेरोजगारी दर में भी कमी आई है
NSO के 12वें श्रम बल सर्वेक्षण के अनुसार, शहरी क्षेत्रों (15 वर्ष या अधिक) में महिलाओं की बेरोजगारी दर जुलाई-सितंबर 2021 में गिरकर 11.6 प्रतिशत हो गई। एक साल पहले इसी अवधि में यह आंकड़ा 15.8 प्रतिशत था, जो अप्रैल-जून 2021 में 14.3 प्रतिशत था।
Read More : “पश्चिम बंगाल में धारा 355 लागू हो”: राष्ट्रपति से मिलने को बेताब कांग्रेस नेता
पुरुषों के लिए भी राहत
इसी तरह, शहरी क्षेत्रों में पुरुषों की बेरोजगारी दर जुलाई-सितंबर 2021 में घटकर 9.3 प्रतिशत हो गई, जो एक साल पहले इसी अवधि में 12.6 प्रतिशत थी। अप्रैल-जून 2021 में यह आंकड़ा 12.2 फीसदी था।