डिजिटल डेस्क : रूस-यूक्रेन जंग पिछले 35 दिनों से जारी है। इस दौरान दोनों देशों के बीच कई दौर की बातचीत हुई है। वहीं, रूस ने इस्तांबुल में हुई बैठक में हमले कमी करने की बात कही है। इसी बीच भारत के रूस के साथ गहरे संबंधों को देखते हुए यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मध्यस्थता करने की मांग की है।
पीएम मोदी से मध्यस्थता की मांग
यह बात यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने NDTV से बातचीत के दौरान कही। उन्होंने कहा-अगर प्रधानमंत्री मोदी राष्ट्रपति जेलिंस्की और राष्ट्रपति पुतिन के बीच मध्यस्थ के रूप में भूमिका निभाने के इच्छुक हैं, तो हम उनके प्रयासों का स्वागत करेंगे।
इसके अलावा उन्होंने कहा- यूक्रेन हमेशा भारत का रिलायबल कंज्यूमर रहा है। हम हमेशा भारतीय खाद्य सुरक्षा के गारंटर्स में से एक रहे हैं। हम कई उत्पादों की आपूर्ति करते हैं। यह पारस्परिक रूप से लाभकारी संबंध है।
रूस के साथ संबंधों का लाभ उठाए भारत
विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने कहा- हम आपसे अनुरोध करते हैं कि रूस के साथ भारत के संबंधों का लाभ उठाएं और राष्ट्रपति पुतिन को युद्ध रोकने के लिए मनाएं। रूस में निर्णय लेने वाले एकमात्र व्यक्ति राष्ट्रपति पुतिन हैं। इसलिए आपको उनसे सीधे बात करने की जरूरत है कि इस युद्ध को कैसे खत्म किया जाए।
पुतिन जंग चाहते हैं
उन्होंने कहा- दुनिया में केवल एक ही व्यक्ति है जो इस युद्ध को चाहता है, वह है पुतिन। अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पुतिन को इस जंग को रोकने के लिए मना सकते हैं, तो हम उसके खिलाफ क्यों हों? मुझे उम्मीद है कि भारत यूक्रेन का समर्थन करेगा।
यूक्रेन हमेशा भारतीय छात्रों का घर रहा है- मंत्री कुलेबा
यूक्रेन के मंत्री ने खार्किव में रूसी बमबारी के दौरान भारतीय छात्र की मौत पर भी शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा- हम युद्ध को समाप्त करना चाहते हैं। हम नहीं चाहते कि कोई मरे। मैं मारे गए भारतीय छात्र के परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करना चाहता हूं। रूस के हमलों से पहले तक यूक्रेन हमेशा भारतीय छात्रों का घर रहा है। हम चाहते हैं कि छात्र वापस आएं।
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