माघ माह के शुक्ल पक्ष का प्रदोष व्रत 14 फरवरी दिन सोमवार को है. यह माघ माह का दूसरा और फरवरी का पहला प्रदोष व्रत है. सोमवार के दिन होने के कारण यह सोम प्रदोष व्रत है. इस माह का प्रदोष व्रत 14 जनवरी को है. प्रदोष व्रत के दिन अद्भुत योग बने हुए हैं. सोम प्रदोष व्रत सर्वार्थ सिद्ध योग एवं आयुष्मान योग में पड़ा है. यह सभी मनोकामनाओं को पूर्ण करने वाला है. इस दिन व्रत रखने और प्रदोष काल में शिव पूजा करने से आरोग्य, सुख, शांति, धन, वैभव आदि की प्राप्ति होती है. प्रदोष व्रत करने से दोष दूर होते हैं. चंद्र देव को श्राप के कारण कुष्ठ रोग हो गया था, तो उन्होंने भगवान शिव को प्रसन्नकर दोष से मुक्ति पाई थी. इस वजह से भी प्रदोष व्रत का महत्व बढ़ जाता है.
अद्भुत योग में प्रदोष व्रत
प्रदोष व्रत के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि योग और आयुष्मान योग का अद्भुत संयोग बना हुआ है. इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग दिन में 11:53 बजे से शुरू हो रहा है, यह अगले दिन 15 फरवरी को प्रात: 07:00 बजे तक मान्य रहेगा.
सोम प्रदोष के दिन रवि योग भी दिन में 11:53 बजे से प्रारंभ होगा और सर्वार्थ सिद्धि योग के समय तक बना रहेगा. इस दिन आयुष्मान योग रात 09:29 बजे तक है. फिर सौभाग्य योग शुरु हो जाएगा.
प्रदोष व्रत 2022 पूजा मुहूर्त
सोम प्रदोष के दिन शिव पूजा का मुहूर्त शाम 06:10 बजे से लेकर रात 08:28 बजे तक है. इस दिन प्रदोष काल में शिव पूजा के लिए करीब सवा दो घंटे से अधिक का समय प्राप्त होगा.
प्रदोष व्रत 2022 पंचांग
सूर्योदय: प्रात: 07:01 बजे से
सूर्यास्त: शाम 06:10 बजे से
चन्द्रोदय: दोपहर 03:57 बजे से
चन्द्रास्त: 15 फरवरी को प्रात: 06:17 बजे
शभ मुहूर्त: दोपहर 12:13 बजे से दोपहर 12:58 बजे तक
राहुकाल: प्रात: 08:24 बजे से सुबह 09:48 बजे तक
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