कर्नाटक चुनाव में अब कम ही दिन बचे हैं और चुनाव प्रचार जोरों पर है। विभिन्न राजनीतिक पार्टियों ने अपना पूरा दमखम लगा दिया है। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ बुधवार को कर्नाटक के मांड्या में चुनाव प्रचार करने पहुंचे। वहां जनसभा को संबोधित करते हुए योगी ने कहा कि कर्नाटक और यूपी का संबंध काफी पुराना है, यह आज का नहीं, त्रेतायुग का संबंध है। भगवान राम का संबंध उत्तर प्रदेश से है तो वहीं भगवान हनुमान का संबंध कर्नाटक से है। जैसे भगवान श्रीराम और हनुमान का संबंध प्रगाढ़ है वैसे ही कर्नाटक और यूपी का संबंध है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने मैसूर पहुंचकर मांड्या जिले में रोड शो और चुनाव प्रचार में हिस्सा लिया। इसके बाद वह दोपहर को विजयपुरा जिला में बसवेश्वर मंदिर का दर्शन करने पहुंचे और बसवना बागवाड़ी में चुनाव प्रचार किया।
कांग्रेस तुष्टिकरण करने का काम करती है
सीएम योगी आदित्यनाथ कर्नाटक ने बुधवार को अपनी पहली चुनावी रैली में बीजेपी के स्टार प्रचारक के रूप में हिस्सा लिया। उन्होंने अपने भाषण में राज्य की डबल इंजन सरकार के काम की सराहना करते हुए कहा कि पीएफआई जैसे संगठनों को बैन करके उसकी कमर तोड़ने का काम किया है। उन्होंने कहा कि एक तरफ बीजेपी की सरकार पीएफआई को बैन करती है, तो दूसरी ओर कांग्रेस तुष्टिकरण का काम करती है।
हम तुष्टीकरण नहीं, सशक्तिकरण पर विश्वास करते हैं… pic.twitter.com/Ialv5nZbMj
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) April 26, 2023
धर्म के आधार पर आरक्षण सही नहीं – सीएम योगी
यूपी के सीएम ने धर्म आधारित आरक्षण को लेकर भी कांग्रेस पर हमला किया। सीएम योगी ने कहा कि धर्म के आधार पर आरक्षण भारत के संविधान के विपरीत है, यह असंवैधानीक है। उन्होंने इस पर कहा कि हमने आर्थिक रूप से गरीबों, अनुसूचित जाति और जनजाति, दिव्यांगजनों के आरक्षण के दायरे को बढ़ाया है। धर्म के आधार पर भारत आरक्षण की वकालत नहीं कर सकता है।
धर्म के आधार पर आरक्षण भारत के संविधान के विपरीत है, असंवैधानिक है… pic.twitter.com/xtR8sSESR1
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) April 26, 2023
आरक्षण को बदलने का फैसला किया – सीएम योगी
बीजेपी नेता और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मांड्या की रैली में कहा कि अन्य पिछड़ा वर्ग की 2बी श्रेणी के तहत मुसलमानों के लिए चार प्रतिशत आरक्षण का प्रा्वधान था, जिसे कर्नाटक में बीजेपी सरकार ने अपने कार्यकाल में खत्म कर दिया। क्योंकि धर्म आधारित कोटा का कोई संवैधानिक समर्थन नहीं है।
इसके बाद कर्नाटक सरकार ने चार प्रतिशत आरक्षण को दो बराबर भागों में विभाजित कर दिया और राज्य के दो प्रमुख समुदायों, 2सी में वोक्कालिगा और 2डी श्रेणी में लिंगायतों के लिए प्रत्येक में दो प्रतिशत कोटा बढ़ा दिया। इसके बाद से वोक्कालिगाओं का आरक्षण चार प्रतिशत से बढ़कर छह प्रतिशत और लिंगायतों का पांच प्रतिशत से सात प्रतिशत हो गया। उन्होंने कहा, ‘बीजेपी कभी तुष्टिकरण में विश्वास नहीं करती, इसलिए आरक्षण को बदलने का फैसला किया।
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