डिजिटल डेस्क : भारत और चीन के मध्य विवाद का सील सिला बना हुआ है। दोनों देशों के बीच LAC विवाद को खत्म करने के लिए कई दौर की वार्ता भी हो चुकी है। जिसका कोई निष्कर्ष नहीं निकला है। वही इस विवाद के चलते एक बार भारत ने चीन को आड़े हाथो लिया। विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने चीन को खारी खोटी सुनते हुए कहा हमने चीन से साफ कह दिया है कि आपसी रिश्ते मजबूत करने के लिए सीमा पर शांति होना जरूरी है।
भारत-चीन रिश्ते तीन चीजों पर आधारित हैं- आपसी सम्मान, एक-दूसरे के लिए संवेदनशीलता और आपसी हित।
श्रृंगला ने ये जानकारी भी दी है कि पहली क्वाड बैठक के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति के इनविटेशन पर भारत इसमें हिस्सा लेगा। क्वाड फ्रेमवर्क के तहत सहयोग का एजेंडा रचनात्मक और विविध होगा।
इसके साथ ही उन्होंने क्वाड के चारों देश इंफ्रास्क्ट्रचर कनेक्टिविटी, उभरती तकनीक, जलवायु परिवर्तन पर कार्रवाई, शिक्षा और सबसे अहम कोविड-19 स्थिति को लेकर काम कर रहे हैं।जिसमे विशेष तौर पर वैक्सीन आपूर्ति को लेकर आपसी सहयोग से काम हो रहा है। आपूर्ति श्रृंखलाओं को अधिक लचीला और विश्वसनीय बनाने के लिए उन्हें विश्वसनीय और विविधतापूर्ण बनाने की जरूरत हमें एक साथ काम करने का अवसर प्रदान करती है।
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हम आपूर्ति श्रृंखला के लचीलेपन पर व्यक्तिगत रूप से कवाड के ढांचे के भीतर और क्वाड राष्ट्रों के साथ कई पहलों में शामिल हैं। अफगानिस्तान और पूर्वी सीमा पर चीन हमें याद दिलाते हैं कि नई वास्तविकताएं सामने आ रही हैं और परंपरागत चुनौतियां पहले की तरह ही बनी हुई हैं।