एलजी वीके सक्सेना के खिलाफ जंग में आम आदमी पार्टी को बड़ा झटका लगा है। दिल्ली हाई कोर्ट ने अपने अंतरिम आदेश में एलजी के खिलाफ कथित अपमानजनक सामग्रियों को हटाने का आदेश दिया है। हाईकोर्ट ने एलजी वीके सक्सेना की ओर से दायर मानहानि केस में यह अंतरिम फैसला सुनाया है। एलजी वीके सक्सेना ने कोर्ट से अपील की थी कि आम आदमी पार्टी और इसके नेताओं को सोशल मीडिया पर अपमानजनक ट्वीट और अन्य पोस्ट को हटाने को कहा जाए। एलजी ने आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह, सौरभ भारद्वाज और आतिशी समेत कई विधयाको के खिलाफ मानहानि का मुकदम दायर किया था।
कोर्ट ने उसी मामले में आज अपना अंतरिम आदेश सुनाया है। कोर्ट ने इससे पहले 22 सितंबर को इस मामले में फैसला सुरक्षित रख लिया था। एलजी वीके सक्सेना की ओर से दिल्ली सरकार की शराब नीति समेत कई मुद्दों पर जांच के आदेश देने के बाद आम आदमी पार्टी उनपर हमलावर हो गई थी। दिल्ली के कई नेताओं ने एलजी वीके सक्सेना पर 1400 करोड़ रुपए के घोटाले का आरोप लगाया। आरोप लगते हुए कहा कि वीके सक्सेना जब खादी ग्रामोद्योग के चेयरमैन थे | तब उन्होंने नोटबंदी के दौरान कालेधन को सफेद कराया था। इसके अलावा उन पर कर्मचारियों के वेतन में गड़बड़ी का भी आरोप लगाया गया। आप विधायक दुर्गेश पाठक, सौरभ भारद्वाज, आतिशी मार्लेना और सांसद संजय सिंह समेत कई नेताओं ने एलजी पर आरोप लगाते हुए ट्वीट किए थे। वीके सक्सेना को चोर और भ्रष्टाचारी कहा गया।
आप नेताओं पर मानहानि का मुकदमा
एलजी वीके सक्सेना ने इन आरोपों को खारिज करते हुए 5 आप नेताओं पर मानहानि का मुकदमा किया है। सक्सेना ने ‘आप’ और उसके नेताओं आतिशी, सौरभ भारद्वाज, दुर्गेश पाठक, संजय सिंह और जैस्मीन शाह द्वारा सोशल मीडिया पर प्रसारित और जारी किए गए कथित झूठे और अपमानजनक पोस्ट या ट्वीट या वीडियो को हटाने का निर्देश दिए जाने की मांग की थी। उन्होंने आम आदमी पार्टी और उसके पांच नेताओं से ब्याज सहित 2 करोड़ रुपये के हर्जाने की भी मांग की है।
एलजी के खिलाफ AAP ने किया था प्रदर्शन
आम आदमी पार्टी के नेताओं ने एलजी वीके सक्सेना पर घोटाले का आरोप लगाने के साथ उनके खिलाफ प्रदर्शन भी किया था। राजेंद्र नगर सीट से AAP विधायक दुर्गेश पाठक ने एलजी को ”भ्रष्ट” बताते हुए उनके खिलाफ सीबीआई और ईडी की जांच की मांग की थी। इसके साथ ही AAP नेताओं ने हाथ में पोस्टर-बैनर लेकर पहले सदन के अंदर और फिर बाहर प्रदर्शन किया था।
सफाई देने से किया इनकार
मानहानि का केस फाइल करने से पहले एलजी विनय कुमार सक्सेना ने AAP के नेताओं को नोटिस जारी कर सफाई मांगी थी, लेकिन आम आदमी पार्टी के नेताओं ने इससे इनकार कर दिया था।
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