राजधानी लखनऊ के इंदिरानगर में चार साल की मासूम बच्ची से दुष्कर्म के मामले में पुलिस ने आरोपित स्कूली वैन चालक आरिफ को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। वहीं आरोपित प्रबंधक संदीप कुमार स्कूल बंद कर फरार हो गया। बच्ची की मां ने प्रबंधक पर भी साजिश का आरोप लगाया है। आरोप है कि उनकी शिकायत के बाद भी दो दिन तक प्रबंधक और प्रिंसिपल मामला दबाए रहे। पीड़िता की मां का आरोप है कि उन्होंने ड्राइवर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की।
विरोध पर स्कूल की बदनामी का हवाला देते हुए बेटे के अपहरण तक की धमकी दी थी। इंस्पेक्टर इंदिरानगर सुनील तिवारी ने बताया कि प्रबंधक को बयान दर्ज कराने के लिए मैसेज भेजा गया पर वह अभी तक थाने नहीं आए हैं। उनकी तलाश की जा रही है। आरोपितों के खिलाफ चालक के खिलाफ दुष्कर्म पॉक्सो और एससी एसटी एक्ट, धमकी का मुकदमा दर्ज है।
प्रबंधन और वैन चालक का हो रहा विरोध
बच्ची की मां ने प्रबंधक पर भी धमकी समेत अन्य आरोप लगाए हैं। दोपहर पुलिस ने बच्ची का कोर्ट के समक्ष बयान दर्ज कराया। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, बच्ची ने बताया कि ड्राइवर अंकल उसे अपने पास आगे बैठाते थे। वह गंदी हरकत करते थे। बच्ची ने एफआईआर की बातों का समर्थन किया। उधर इंदिरा नगर मुंशी पुलिया के पास स्थित स्कूल भी बंद रहा। स्कूल के आस पास सन्नाटा पसरा रहा। आस पड़ोस के लोग भी बच्ची के साथ हुई गंदी हरकत के विरोध में प्रबंधन और वैन चालक को भला बुरा कह रहे थे। स्कूल से घर छोड़ने के दौरान वैन चालक ने बच्ची के साथ दुष्कर्म किया था। बच्ची के प्राइवेट पार्ट में जख्म हो गया था। घर पहुंचने और दर्द होने पर उसने अपनी मां को घटना की जानकारी दी थी।
मां ने प्रिंसिपल से की थी शिकायत
मां ने स्कूल पहुंचकर इसकी प्रिंसिपल से शिकायत की थी। मां का आरोप है कि इसके बाद भी प्रिंसिपल ने कोई सुनवाई नहीं की और टाल मटोल करने लगी। बेटी को अस्पताल लेकर पहुंची डॉक्टरों ने प्राइवेट पार्ट में जख्म की पुष्टि की। इलाज कराया अगले दिन प्रबंधक संदीप कुमार के पास पहुंचकर शिकायत की। उन्होंने स्कूल की बदनामी का हवाला देते हुए पुलिस में शिकायत करने से मना किया और कहा कि वह खुद चालक के खिलाफ कार्रवाई करेंगे।
इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की। 17 सितंबर को बुलाया पहुंची तो प्रबंधक ने धमकी दी कहा कि अगर पुलिस में शिकायत की तो बच्ची को गायब कर दूंगा। अंजाम बुरा होगा उसकी जिम्मेदार खुद होगी। घटना की तहरीर इंदिरानगर थाने में दी। पुलिस ने आरोपित चालक आरिफ के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। पुलिस उपायुक्त पूर्वी शशांक सिंह ने बताया कि चालक आरिफ को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। वह लवकुश नगर आम्रपाली के पास का रहने वाला है।
बच्ची पर थी गलत निगाह
पीड़िता की मां ने पुलिस को बताया कि आरिफ बेटी पर गलत निगाह रखता था। घर से स्कूल करीब आठ किमी है। वह रोजाना बेटी को लेने और छोड़ने आता था। बेटी ने बताया कि ड्राइवर उसे आगे अपनी सीट के बगल में बैठा कर लाता और ले जाता था। रास्ते में बेटी से छेड़छाड़ और बैड टच करते हुए आता-जाता था। बेटी के मना करने पर उसे पीटता, धमकाता था।
मना करने पर भी बच्ची को छोड़ने आता था
पुलिस की पूछताछ में पीड़ित मां के मुताबिक एक हफ्ते से वैन चालक बेटी को लेने आता था। वैन स्कूल प्रबंधक संदीप कुमार ने ही लगवाई थी। जबकि तय यह हुआ था कि चालक सिर्फ बेटी को घर से स्कूल ले जाने के लिए आएगा। दोपहर उसे स्कूल से घर नहीं लाएगा। इसके बाद भी वह घर लेकर बेटी को आता था। जब छुट्टी होने को थी तो चालक आरिफ को फोन कर कहा था कि वह बच्ची को लेकर न आए। क्योंकि वह खुद स्कूल आ रही हैं। इसके बाद भी वह नहीं माना और बच्ची को लेकर स्कूल से घर के लिए चल दिया। रास्ते में उसने गंदी हरकत की।
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