Thursday, February 6, 2025
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रूस यूक्रेन युद्ध: ‘मैंने सोचा, मोदी या योगी सरकार हमें बचाएगी, अब ऐसा नहीं लगता’

 डिजिटल डेस्क : दुनिया की निगाहें इस वक्त यूक्रेन में चल रहे युद्ध पर टिकी हैं। यूपी के भी हजारों परिवार पल-पल यूक्रेन की घटना पर नजर बनाए हुए हैं। वजह है कि इन परिवारों के सदस्य हजारों भारतीय की तरह यूक्रेन में फंसे हैं। लखनऊ की रहने वाली गरिमा मिश्रा के सामने आए वीडियो को देख कर दूसरे छात्रों के परिवार वाले भी परेशान हैं। ऐसे परेशान परिवारों और उनके अपनों को वतन वापस लाने में मदद के लिए लखनऊ के शास्त्री भवन में एक कंट्रोल रूम बनाया गया है। राहत आयुक्त कार्यालय में यह कंट्रोल रूम 24 घंटे काम कर रहा है।

गरिमा मिश्रा का वीडियो सामने आने के बाद कंट्रोल रूम ने उनसे बात की। पूरी कहानी सुनने के बाद उन्हें सुरक्षित घर वापसी का भरोसा दिलाया है। अधिकारियों का दावा है कि उनकी पूरी जानकारी भारत सरकार के विदेश मंत्रालय और यूक्रेन में भारतीय दूतावास को दे दी गई है। जल्द ही गरिमा भी सुरक्षित अपने घर लौट आएगी।

यूपी के 1,242 और लखनऊ के 66 अभी भी यूक्रेन में फंसे

यूपी शासन की तरफ से मिली जानकारी के मुताबिक, यूपी के 1 हजार 242 लोग यूक्रेन में फंसे हैं। इनमें लखनऊ के 66, बिजनौर के 59, गाजियाबाद के 48 और गोरखपुर के 46 लोग अभी भी मदद के इंतजार में हैं। यूक्रेन के हालात दिन पर दिन बिगड़ने से छात्र लगातार अपने वतन वापसी की गुहार लगा रहे हैं। लखनऊ में बना कंट्रोल रूम इनसे लगातार संपर्क में है। यूक्रेन में फंसे बच्चों की जानकारी उनके परिवार को भी दी जा रही है। साथ ही, सभी जानकारियां विदेश मंत्रालय को दी जा रही हैं।

85 लोगों की सुरक्षित यूपी वापसी

कंट्रोल रूम के आंकड़ों के मुताबिक, अभी तक यूक्रेन में फंसे 85 लोगों की सुरक्षित घर वापसी हो चुकी है। इनमें अधिकतर मेडिकल की पढ़ाई करने वाले छात्र हैं। यूपी से बड़ी संख्या में बच्चे मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए यूक्रेन जाते हैं। अभी बड़ी संख्या में बच्चे वहां फंसे हैं। भारत सरकार इन्हें जल्द सुरक्षित वापस लाने का दावा कर रही है। मगर, वहां के बदलते हालात ने परेशानियां बढ़ा दी हैं।

कैसे काम कर रहा यूपी में कंट्रोल रूम

यूक्रेन में फंसे यूपी के लोगों को सुरक्षित वतन वापसी के लिए लखनऊ में राहत आयुक्त कार्यालय में राज्य आपदा कंट्रोल रूम का चल रहा है। इसमें 8 से 10 लोग मौजूद रहते हैं। ये सभी फोन और ई-मेल पर आई जानकारी के बाद संबंधित लोगों से संपर्क करते हैं। इस आधार पर लिस्ट तैयार की जाती है।

यूपी के छात्रों से जुड़ी जानकारी भारत सरकार के विदेश मंत्रालय को भेज जा रही है। इतना ही नहीं, यूपी में उन छात्रों के परिवार से बात कर उन्हें भी कार्रवाई की जानकारी दी जा रही है। साथ ही वहां फंसे बच्चों से बात कर उन्हें सुरक्षित वापसी का भरोसा भी यहां के कर्मचारी दे रहे हैं।

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यूक्रेन में फंसे छात्र भारत सरकार पर लगा रहे आरोप

रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग के बीच यूपी के हजारों छात्र-छात्राएं यूक्रेन में फंसे हुए हैं। इसकी वजह से परिजन परेशान हैं। वे अब केंद्र सरकार पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं। यूक्रेन में फंसे बच्चों के अब वीडियो भी सामने आने लगे हैं। वीडियो में वे भारत सरकार और दूतावास के अधिकारियों पर मदद नहीं करने का आरोप लगा रहे हैं। छात्रों के साथ अब उनके परिवार के लोग भी लगातार विदेश मंत्रालय और भारतीय एंबैसी से परेशान होकर संपर्क कर रहे हैं।

 

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