नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर मोदी सरकार को घेरने की कोशिश की है. लोकतंत्र में बहस और असहमति के महत्व को रेखांकित करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि मोदी सरकार की आलोचना की गई है. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार को ट्यूशन लेने की जरूरत है। राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में कहा, ‘लोकतंत्र में बहस और असहमति का महत्व- यही मोदी सरकार को सीखने की जरूरत है।राहुल गांधी ने यह टिप्पणी ऐसे समय में की जब विपक्ष संसद के शीतकालीन सत्र के बर्खास्त सदस्यों को वापस लेने की मांग को लेकर उन्माद में था।
लोकतंत्र में बहस व असहमति का महत्व-
इस विषय में मोदी सरकार को ट्यूशन की ज़रूरत है।#Debate #Dissent #Democracy
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 14, 2021
गौरतलब है कि 29 नवंबर से शुरू हो रहे संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस समेत विपक्षी दलों के 12 सदस्यों को इस दौरान ”अभद्र आचरण” करने के आरोप में राज्यसभा में निलंबित कर दिया जाएगा. मानसून सत्र। इस सत्र का शेष भाग उपरी कक्ष से स्थगित कर दिया जाता है।
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जिन सदस्यों को बर्खास्त किया गया है उनमें भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा), कांग्रेस की फूलो देवी नेताम, छाया वर्मा, रिपुन बोरा, राजमणि पटेल, सैयद नासिर हुसैन, अखिलेश प्रताप सिंह, डोला सेन और तृणमूल के शांता छेत्री शामिल हैं। कांग्रेस।, प्रियंका चतुर्वेदी और शिवसेना की अनिल देसाई और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के बिनॉय बिस्वम।