हरियाणा के फरीदाबाद में सूरजकुंड में चल रहे देश के सभी राज्यों के गृह मंत्रियों के चिंतन शिविर में आज पीएम मोदी ने भी हिस्सा लिया। उन्होंने वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से इस शिविर में हिस्सा लिया। राज्यों के गृह मंत्रियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हाल-फिलहाल में देश में कई त्यौहार मनाये गए। यह सभी त्यौहार शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्वक मनाए गए। विभिन्न चुनौतियों के बीच इन त्योहारों में देश की एकता का सशक्त होना, आपकी तैयारियों का भी प्रतिबिंब है | पीएम मोदी ने आंतरिक सुरक्षा के लिए सभी राज्यों से एक साथ मिलकर काम करने पर जोर दिया है।
उन्होंने कहा कि कानून और व्यवस्था का सीधा संबंध विकास से है | इसलिए शांति बनाए रखना हर किसी की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक राज्य को एक-दूसरे से सीखना चाहिए, प्रेरणा लेनी चाहिए और आंतरिक सुरक्षा के लिए एक साथ मिलकर काम करना चाहिए। इसी अवसर पर गृह मंत्रियों के चिंतन शिविर में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज फर्जी खबरों के खिलाफ जागरूकता पैदा करने की आवश्यकता पर जोर दिया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सोशल मीडिया को कम करके नहीं आंका जा सकता है और एक छोटी सी फेक न्यूज देश में बड़ा बवाल मचा सकती है। पीएम ने इसी के साथ लोगों से खास अपील करते हुए सोशल मीडिया पर संदेश साझा करने से पहले तथ्यों की जांच करने को कहा है।
गलत खबर तूफान ला सकती है
हरियाणा के सूरजकुंड में आयोजित गृह मंत्रियों के ‘चिंतन शिविर’ को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कानून का पालन करने वाले नागरिकों की सुरक्षा और अधिकारों के लिए नकारात्मक ताकतों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हमारी जिम्मेदारी है। फर्जी समाचार देशभर में एक तूफान ला सकती है। पीएम ने आगे कहा कि हमें लोगों को कुछ भी फॉरवर्ड करने से पहले सोचना होगा, विश्वास करने से पहले सत्यापित करना होगा।
जागरूक किया जाना चाहिए – पीएम मोदी
पीएम ने कहा कि संदेशों को फॉरवर्ड करने से पहले उन्हें सत्यापित करने के लिए सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध विभिन्न तंत्रों के बारे में लोगों को जागरूक किया जाना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि फर्जी खबरों की तथ्यों की जांच जरूरी है। प्रौद्योगिकी इसमें एक बड़ी भूमिका निभाती है। लोगों को संदेशों को फॉरवर्ड करने से पहले उन्हें सत्यापित करने के तंत्र से अवगत कराया जाना चाहिए।
कानून व्यवस्था से ही आता है निवेश – पीएम मोदी
उन्होंने कहा कि, “राज्यों की अच्छी कानून व्यवस्था वहां के विकास से सीधा संबंध रखती है। जहां जितनी अच्छी कानून व्यवस्था होती है, वहां ज्यादा से ज्यादा निवेश आता है और राज्य के विकास और उन्नति में सहायक होता है। इससे रोजगार भी मिलता है।” उन्होंने कहा कि, आजादी का अमृतकाल हमारे सामने हैं। आने वाले 25 वर्ष देश में एक अमृत पीढ़ी के निर्माण के हैं। ये अमृत पीढ़ी ‘पंच प्राणों’ के संकल्पों को धारण करके निर्मित होगी।
राज्य एक-दूसरे से प्रेरणा लें
चिंतन शिविर में बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि, राज्य एक-दूसरे से प्रेरणा लें। उन्होंने कहा कि, राज्यों को आपस में तालमेल के साथ काम करना चाहिए। कई बार केंद्रीय एजेंसियों को कई राज्यों में एक साथ जांच करनी पड़ती है, दूसरे देशों में भी जाना पड़ता है, इसलिए हर राज्य का दायित्व है कि चाहे राज्य की एजेंसी हो, चाहे केंद्र की एजेंसी हो, सभी एजेंसियों को एक-दूसरे को पूरा सहयोग देना चाहिए।
सुरक्षा एजेसियों आपस में तालमेल होगा बढ़ाना
पीएम मोदी ने कहा कि, अब अपराधी दूसरे राज्यों और देशों में बैठकर अपराध को अंजाम दे रहे हैं। जिसके लिए राज्यों और देशों की सुरक्षा एजेसियों आपस में तालमेल बढ़ाकर अपराध को रोकना है। उन्होंने कहा कि, साइबर क्राइम हो या फिर ड्रोन टेक्नोलॉजी का हथियारों और ड्रग्स तस्करी में उपयोग, इनके लिए हमें नई टेक्नोलॉजी पर काम करते रहना होगा। स्मार्ट टेक्नोलॉजी से कानून-व्यवस्था को स्मार्ट बना पाना संभव होगा।
आजादी से पहले बनाए कानूनों की करें समीक्षा
2 दिवसीय चिंतन शिविर का उद्देश्य ‘विजन 2047’ और ‘पंच प्रण’ पर अमल के लिए एक कार्य योजना बनाना है | जिसका ऐलान पीएम मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर अपने संबोधन में किया था और साथ भी राज्यों से आजादी से पहले बनाए कानूनों की समीक्षा करने और मौजूदा संदर्भ में उनमें संशोधन करने के लिए भी कहा।
read more : एलन मस्क बने ट्विटर के बॉस पराग अग्रवाल की हुई छुट्टी,और कईयों को निकाला
[…] read more : गृह मंत्रियों के चिंतन शिविर में पीएम … […]