Sunday, August 17, 2025
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2163 मुर्दों के खाते में जा रही वृद्धा पेंशन, विभागीय खुलासा से मचा हड़कंप

कानपुर में किदवई नगर की दुर्गावती को कई साल से वृद्धावस्था पेंशन मिल रही थी। एक हजार रुपये महीने उनके खाते में आते थे। मार्च में उनकी मौत हो गई लेकिन पेंशन खाते में आती रही। परिवार के लोगों ने न बैंक को सूचना दी और न विभाग को। बाद में सत्यापन के दौरान पता चला तब पेंशन रोकी गई। अब उनसे रिकवरी की प्रक्रिया चल रही है। इसी तरह गुजैनी की रागिनी देवी की मौत जनवरी में हो गई। परिजनों ने बात छुपा ली। निधन के बाद भी पेंशन आ रहा था। सत्यापन में गुजरने की जानकारी होने के बाद पेंशन बंद किया गया। यह दो मामले तो सिर्फ एक नजीर है।

मुर्दों के खाते में जा रही वृद्धा पेंशन

कानपुर जिले में 2163 बुजुर्गों की मृत्यु के बाद भी खाते में वृद्धावस्था पेंशन लगातार जा रही थी। समाज कल्याण विभाग ने सत्यापन कराया तो अफसरों के होश उड़ गए। छह महीने पहले मरने के बावजूद परिजनों ने पेंशनधारक के निधन की जानकारी विभाग को नहीं दी। ऐसे में मरे लोगों के खाते में पेंशन का पैसा जा रहा था। खुलासा होने के बाद अब ऐसे लोगों की पेंशन बंद की गई है। सरकार अब इनसे वसूली भी करेगी।

होगी रिकवरी, बैंक मैनेजर को भेजा पत्र

समाज कल्याण विभाग ने वृद्धावस्था पेंशन धारकों का सर्वे कराया। इसमें बीडीओ, लेखपाल व जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ ही लेखपालों से डोर टु डोर सर्वे कराया गया। पता लगा कि मौत के छह-छह महीने बाद तक परिवार के लोग सूचना नहीं दे रहे हैं। खातों से पेंशन का पैसा लेते रहे। जबकि नियम के मुताबिक मृत्यु के तत्काल बाद विभाग को सूचना देनी है। फिर भी इन लोगों ने कोई सूचना नहीं दी, इसलिए मरे लोगों के खाते में पैसा जाता रहा।जब 2163 बुजुर्गो के गुजर जाने के बाद भी परिजनों द्वारा गलत तरीके से पेंशन लेने की पुष्टि हुई तो समाज कल्याण विभाग हरकत में आया। बैंक मैनेजरों को पत्र भेजा गया। इसमें रिकवरी का निर्देश दिया गया है। बैंक खाताधारक के परिजनों से गैर-वाजिब पेंशन की वसूली करके विभाग को वापस करेगा।

7635 पेंशन धारक बढ़ गए, बैकलॉग खत्म

एक समय वृद्धावस्था पेंशन में 10 हजार से ऊपर का बैकलॉग चल रहा था। आवेदन करने के बावजूद लोगों को वृद्धावस्था पेंशन नहीं मिल रही थी। ऐसे में समाज कल्याण विभाग ने जल्दी सर्वे कराकर स्थिति को ठीक किया। पिछले साल 86,833 बुजुर्गो को पेंशन मिल रही थी। अब 94,468 बुजुर्गो को वृद्धावस्था पेंशन मिल रही है। 7635 पेंशनधारक बुजुर्ग बढ़ गए हैं। जिला समाज कल्याण अधिकारी शिल्पी सिंह ने बताया कि विभाग के सर्वे में पता चला कि 2163 बुजुर्गों की मौत के बाद भी पेंशन जारी हो रही थी। उनकी पेंशन को बंद करके रिकवरी के लिए बैंक मैनेजर को पत्र लिखा गया है। एक साल में 7635 बुजुर्गो की पेंशन बढ़ी है।

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