उत्तर प्रदेश के संभल जिले में भगवान शिव का मंदिर मिलने के बाद एक और मंदिर मिला है, जो कि राधा-कृष्ण का है। राधा-कृष्ण के इस मंदिर में भगवान हनुमान की भी प्रतिमा है। मंदिर के मिलने की जैसे ही खबर मिली, प्रशासन फौरन पहुंच गया और ताला खुलवाया। इसके बाद इस मंदिर की भी साफ-सफाई शुरू कर दी गई है। स्थानीय लोगों ने बताया कि ये मंदिर अहाते में बंद पड़ा हुआ था। वहीं कुछ लोगों ने बताया कि यह मंदिर सैनी समाज का है, क्योंकि इस मंदिर के आसपास सैनी समाज के लोग रहते थे।
शाही मस्जिद को लेकर अलग-अलग दावे
एक तरफ जहां संभल में शाही मस्जिद को लेकर अलग-अलग दावे किए जा रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ एक घर के भीतर शिव मंदिर मिलने के बाद जिले में हड़कंप मचा हुआ है। इस वक्त संभल किसी छावनी से कम नहीं नजर आ रहा है। चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल की तैनाती की गई है। बाहरी जिलों से आने वाली गाड़ियों तक की जांच हो रही है। बीते सोमवार को जहां मंदिर मिला, वहीं एक पुराना कुआं भी मिला, जिसमें से कई मूर्तियां मिली। लोगों ने दावा किया कि यह मूर्तियां भगवान गणेश, कार्तिकेय और लक्ष्मी जी की हैं। शाही मस्जिद और इस पुराने मंदिर के बीच करीब दो किलोमीटर की दूरी है।
संभल में मंदिर के पास किए गए कब्जे हटेंगे
वही संभल के एडिशनल एसपी श्रीश चंद्र ने कहा, ‘संभल में मंदिर के साथ सटे हुए कुछ लोगों के घर की पैमाइश की गई है और यह देखा गया है कि मंदिर की तरफ उनके घर का कितना हिस्सा आया है। जिसके बाद पुलिस ने उन्हें बताया है और उन्होंने पुलिस को भरोसा दिलाया कि वह खुद बड़े हुए हिस्से को तुड़वाएंगे।
संभल के राधा-कृष्ण मंदिर की हुई सफाई
पुलिस ने मंदिर की चाबी मंगवाकर खुलवाया है। 20 फिट के आसपास ऊंचाई में बने इस मंदिर में हनुमान जी की 4 फिट ऊंची मूर्ति और राधा कृष्ण की मूर्तियां हैं। मंदिर में सफाई करवाई जा रही है, जो सफाई कर रहे हैं उन्होंने बताया कि आज बजरंगबली का दिन है। बजरंगबली के मंदिर में सफाई करके इसमें उनकी पूजा की जाएगी। मंदिर की चाबी खोलने वाले ऋषिपाल ने बताया कि पहले यहां पर चारों तरफ हिंदुओं के ही परिवार थे। लेकिन दंगों के बाद सभी ने डर कर पलायन कर लिया। तकरीबन 200 से ज्यादा परिवार यहां पर रहते थे, जो यहां से चले गए कभी कभार यहां पर आते हैं।
हिंदू महासभा का दंगों पर बड़ा खुलासा
संभल दंगे को लेकर अखिल भारत हिंदू महासभा ने बड़ा खुलासा किया है। 46 साल पहले संभल दंगे के दौरान महा पाप हुआ था। संभल के सांसद शफीक उर रहमान वर्क के इशारे पर हिंदू बाजार में आग लगा दी गई थी। हिंदुओं का नरसंहार किया गया था, करीब 1200 से ज्यादा लोग इस दंगे में मारे गए। जिसके लिए अखिल भारत हिंदू महासभा ने एक रिपोर्ट भी तैयार की थी। 23 पन्नो की इस रिपोर्ट में 35 लोगों को दंगे का दोषी करार दिया गया था लेकिन तत्कालीन सरकार ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की।
सांसद जियाउर्रहमान का बड़ा बयान
वही सम्भल सांसद जियाउर्रहमान का बड़ा बयान सामने आया। मुस्लिम चाहते तो 46 दिन में मंदिर की जगह मस्जिद भी बना सकते थे। वह 46 साल से मंदिर बंद होने की बात करते हैं, मुस्लिम चाहते 46 दिन में मंदिर भी बना सकते थे। मुस्लिमों के आबादी में होने के बावजूद उन्होंने मंदिर की हिफाजत की। संभल में जिस तरह टारगेट करके कार्रवाई हो रही है, उसे पूरा हिंदुस्तान देख रहा है। सम्भल में 1947 से दंगे गिने जा रहे हैं, तो उसमें क्या मुसलमान नहीं मरे। अब गड़े मुर्दे उखाड़े जा रहे हैं। बर्क बोले सीएम योगी कह रहे तुर्क-पठान की लड़ाई हुई। मैं कह रहा हूं दो थानों के बीच झगड़ा चल रहा था। उसकी गोलीबारी में मेरे लोगों की जान गई। सरकार से नहीं न्यायालय से न्याय की उम्मीद है।
संभलेश्वर मंदिर में शाम को हुई भव्य आरती
संभल के मोहल्ला खग्गू सराय में 46 साल से बंद मंदिर को प्रशासन ने खुलवाया तो आज यहां पूजा अर्चना के अद्भुत नजारे देखने को मिल रहे हैं। सोमवार शाम को इस प्राचीन मंदिर में भगवान शिव को महाकाल के रूप में सजाया गया और फिर महाकाल की भव्य आरती हुई। भगवान का महाकाल स्वरूप सभी श्रद्धालुओं को भा रहा था। भारी उत्साह के साथ कई श्रद्धालुओं ने ऊंचे स्वर में भगवान की आरती की तो दूर तक माहौल भक्ति में बन गया। हालांकि इस इलाके में इस मंदिर के सिवाय हिंदुओं का एक भी परिवार नहीं है और यहां पहुंचे सभी श्रद्धालु शहर के दूसरे इलाकों से पूजा अर्चना में शामिल होने के लिए गए थे।
संभल के 4 मस्जिद और 1 मदरसे पर एक्शन
पिछले 2 दिनों में 90 एफआईआर की गई है, जिनमें से 4 मस्जिद और 1 मदरसे से बिजली चोरी पकड़ी गई है। इन 2 दिनों में लगभग 1 करोड़ 75 लाख का जुर्माना लगाया गया है। वही संभल में संभलेश्वर मंदिर के आसपास मौजूद अतिक्रमण को हटाने की तैयारी की जा रही है। पीएएसी की भारी संख्या में तैनाती की गई है। बगल के मकान में किए गए अवैध निर्माण को हटाया जा रहा है। संभल में मंदिर से सटा हुआ छज्जा गिराया जा रहा है।
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