लखनऊ : लखनऊ पंचायत सचिवालयों में तैनात पंचायत सहायक कार्यालय में काम से साथ अब घर-घर जाकर जानवरों की गिनती करेंगे। वह देखेंगे कि किस घर में कितनी गाय, बछिया और बछड़े हैं। गिनती के बाद बताएंगे कि जानवर खूंटे में बंधा या छुट्टा घूम रहा है।
गणना रजिस्टर बनाकर उनकी संख्या दर्ज करेंगे। अब पंचायत सहायक प्रत्येक घर के जानवरों की गणना कर रजिस्टर में अंकित करेंगे। इसमें यह भी दर्शाना होगा कि कितनी गाय, कितनी बछिया और कितने बछड़े हैं।इनमें गोवंश पालक कितने गोवंश को घर में बांधता है और कितनों को लावारिस छोड़ देता है। ऐसे लोगों पर विधि संगत कार्रवाई की जाए। मंडलायुक्त के आदेश का पालन कराने के लिए संबंधित अधिकारी तैयारी में जुट गए हैं।
मंडलायुक्त ने निर्देश दिए हैं कि उपजिलाधिकारी क्षेत्राधिकारी की टीम तहसीलदार इंस्पेक्टर की टीम नायब तहसीलदार और इंस्पेक्टर की टीम आपस में गांवों का बंटवारा कर लें।प्रत्येक ग्राम पंचायत सचिवालय में बैठक कर सुनिश्चित करेंगे कि कोई निराश्रित गोवंश न छोड़ जाएं। गांव के लोगों से अपील करेंगे अपना जानवर छुट्टा न छोड़े।
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उत्तर प्रदेश में ग्रामीणों को सरकारी योजनाओं से लाभान्वित करने के लिए पात्र और जरूरतमंदों का डाटा सरकार तक पहुंचाने के लिए पंचायत सहायक एवं डाटा एंट्री ऑपरेटर की भर्ती कराई गई थी।अभ्यर्थियों का चयन दसवीं और बारहवीं परीक्षा में प्राप्त अंकों पर मेरिट के आधार पर किया गया था। चयनित उम्मीदवारों को साप्ताहिक ट्रेनिंग के दौरान उम्मीदवारों को एमएस वर्ड, एक्सेल, पॉवर प्वाइंट जैसे साफ्टवेयर के साथ लॉगिन में कार्य करने से संबंधित कार्य सिखाया गया था। पंचायत सहायकों की ड्यूटी लगाकर खूंटे में बंधे और छुट्टा घूम रहे गोवंश की गणना कराई जाएगी। इसके लिए पंचायतवार रजिस्टर बनाया जाएगा।