सिद्धार्थनगर : अभिलाष मिश्रा – सिद्धार्थनगर जिले में 14 मई को महिला की गोली लगने से मौत के मामले में नया मोड़ आगया है। गोली चलाने वाले असली मुलजिम को पुलिस ने पकड़ लिया है। पुलिस की इस सफलता से इस मामले में फसी सदर थाने की पुलिस को क्लीन चिट मिल गई है।
सोमवार को ज़िला मुख्यालय पर आईजी बस्ती रेंज राजेश मोदक और पुलिस कप्तान डॉ0यशवीर सिंह ने मीडिया के सामने असली मुलजिम को पेश किया । पुलिस का दावा है कि सदर थाना क्षेत्र के भीमापार निवासी जितेंद्र यादव नाम के इसी व्यक्ति ने 14 की रात में इस्लाम नगर में हुई घटना में गोली चलाई थी। पुलिस कप्तान यशवीर सिंह ने बताया कि उस दिन रात में सिद्धार्थ नगर थाने की पुलिस प्रभारी निरीक्षक तहसीलदार सिंह की अगुवाई में गोकशी के एक मामले में गई थी। वहां पर ग्रामीणों के काफी विरोध और धक्का मुक्की के बाद पुलिस टीम वहां से वापस आ गई ।
क्या था विवाद जिसमे चली गोली
इस बीच वहाँ जुटी भारी भीड़ में मची अफरा-तफरी के बीच सदर थाना क्षेत्र के भीमापार निवासी जितेंद्र यादव पुत्र धर्मपाल यादव ने देसी तमंचे से भीड़ पर फायर कर दिया और गोली रोशनी पत्नी अकबर अली नाम के महिला को लगी और उसकी मृत्यु हो गई। पुलिस कप्तान ने बताया कि पकड़े गए अभियुक्त जितेंद्र यादव के पास से 315 बोर का देशी तमंचा जिस के चेंबर में खोखा कारतूस फंसा हुआ था बरामद हुआ है और घटनास्थल पर जो बुलेट मृतिका के परिजनों द्वारा पुलिस को दिया गया है वह भी 315 बोर का है। इस के अलावा घटनास्थल से कई साक्ष्य जुटाने के बाद पुलिस ने इस घटना के असली अभियुक्त जितेंद्र यादव को गिरफ्तार कर समुचित धाराओं में जेल भेज दिया है।
पुलिस का कहना है कि पकड़ा गए इस अभियुक्त के गौ तस्करों के साथ पुराने संबंध रहे हैं। पुलिस कप्तान ने बताया कि उस दिन रात में इस्लाम नगर गांव में गई पुलिस बल के साथ हाथापाई करने और सरकारी काम में बाधा डालने के आरोप में कई ग्रामीणों के खिलाफ भी मुकदमा पंजीकृत किया गया है। इस मामले में अभी और भी कई बिंदुओं से विवेचना की जा रही है ।
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आपको बताते चलें कि 14 मई की रात में हुई इस घटना में रोशनी नाम की 50 वर्षीय महिला की मौत हो गई थी। मृतक महिला के परिजनों ने दबिश देने गई पुलिस पर उसकी हत्या का आरोप लगाया था और इस मामले में सदर थाने की पुलिस पर 302 का मुकदमा भी पंजीकृत किया गया था।अब इस मामले में असली मुलजिम के पकड़े जाने और इस हत्या के खुलासे से सदर थाने की पुलिस ने भी चैन की सांस ली है।