उत्तर कोरिया अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। उसने अलग-अलग तरह की कम से कम 10 मिसाइल दागी हैं। जो दक्षिण कोरिया की समुद्री सीमा के दक्षिण में उसके जलक्षेत्र के पास आकर गिरी हैं। ये जानकारी ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के संचालन निदेशक कांग शिन-चुल ने दी है। उन्होंने कहा यह जो बहुत ही असामान्य और अस्वीकार्य है। इससे पहले दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ ने एक बयान में बताया था कि उत्तर कोरिया ने बुधवार को समुद्र में एक बैलिस्टिक मिसाइल दागी है। हालांकि उन्होंने तब ये नहीं बताया था कि मिसाइल कितनी दूर तक आकर गिरी है।
मिसाइल दागने से कुछ घंटे पहले उत्तर कोरिया ने अमेरिका और दक्षिण कोरिया को परमाणु हथियारों का इस्तेमाल कर ‘इतिहास में सबसे भयानक कीमत चुकाने’ की धमकी दी थी। उत्तर कोरिया बीते कुछ वक्त से अमेरिका और दक्षिण कोरिया को लेकर लगातार निशाना साध रहा है। वो इन दोनों देशों के सैन्य अभ्यास से आगबबूला हुआ बैठा है। एक बयान में किम जोंग उन के करीबी और विश्वासपात्र माने जाने वाले सत्ताधारी वर्कर्स पार्टी के सेक्रेटरी पाक जोंग चोन ने दक्षिण कोरिया और अमेरिका के बीच जारी सैन्य अभ्यास को आग्रामक और उकसाने वाला बताया था।
किम जोंग उन की दादागीरी की वजह क्या है ?
उत्तर कोरिया की ओर से ऐसे कदम उठाने के पीछे की वजहें आखिर क्या हो सकती हैं ? बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार इसके पीछे दो-तीन वजहें हो सकती हैं | पहली वजह- अपने हथियारों की टेस्टिंग | दूसरी वजह- अमेरिका और पूरी दुनिया का अपनी ताकत के बारे में संदेश देना | तीसरी वजह – अपने देशवासियों को आश्वस्त करना, ताकि तानाशाह पर जनता का भरोसा बना रहे | हालांकि ये वजहें कितनी सही हैं, इसे समझना मुश्किल है |
द्वीप पर रहे लोगों को किया गया अंडरग्राउंड
दक्षिण कोरिया की मीडिया ने द्वीप पर रहने वाले लोगों को अंडरग्राउंड शेल्टर में ले जाने की तस्वीरें जारी की हैं। मिसाइल जहां गिरी, वह क्षेत्र कोरिया प्रायद्वीप की पूर्वी समुद्री सीमा से 26 किलोमीटर (16 मील) दूर है। हालांकि, अंतरराष्ट्रीय सीमा से इसकी दूरी काफी अधिक है। दक्षिण कोरिया की सेना ने कहा कि 1948 में उत्तर और दक्षिण कोरिया बनने के बाद यह पहला मौका है, जब कोई मिसाइल समुद्री सीमा के इतने नजदीक गिरी है।
अमेरिका और दक्षिण कोरिया को चेतावनी
उत्तर कोरिया ने यह भी कहा कि उसके हालिया हथियारों की टेस्टिंग अमेरिका और दक्षिण कोरिया के लिए चेतावनी हैं। क्योंकि वह उस पर हमला करने की तैयारी के तहत लगातार संयुक्त सैन्य अभ्यास कर रहे हैं। बता दें इन दोनों देशों के बीच चले सैन्य अभ्यास में 240 युद्धक विमान भी शामिल किए गए थे। उत्तर कोरिया ने दावा करते हुए कहा कि दक्षिण कोरिया और अमेरिका का सैन्य अभ्यास उस पर संभावित आक्रमण का युद्धाभ्यास है और उसने मंगलवार को इसके जवाब में ‘अधिक प्रभावशाली उपायों’ की चेतावनी दी है।
युद्धक विमानों से अभ्यास किया
मंत्रालय का यह बयान ऐसे वक्त में आया है, जब अमेरिका और दक्षिण कोरिया ने 200 से अधिक युद्धक विमानों के साथ हवाई अभ्यास किया है। इनमें एफ-35 लड़ाकू विमान भी शामिल थे। वहीं उत्तर कोरिया ने भी इस साल अपने हथियारों का प्रदर्शन तेज कर दिया है। उसने 40 से अधिक बैलिस्टिक मिसाइलों को लॉन्च किया है। अमेरिका और दक्षिण कोरिया ने इस साल बड़े पैमाने पर सैन्य अभ्यास फिर से शुरू किए हैं। उत्तर कोरिया ने कहा कि उसकी प्रक्षेपण गतिविधियां संयुक्त सैन्य अभ्यासों के बीच एक चेतावनी के तौर पर हैं। उसने एक बयान में कहा, ‘अगर अमेरिका गंभीर सैन्य उकसावों को जारी रखता है तो उत्तर कोरिया इसके जवाब में अधिक शक्तिशाली उपाय करेगा।
जवाब में दक्षिण कोरिया ने भी दागीं मिसाइल
दक्षिण कोरिया ने कहा है कि उसने उत्तर कोरिया के मिसाइल प्रक्षेपणों के जवाब में हवा से सतह पर मार करने वाली तीन मिसाइलों का परीक्षण किया है। दक्षिण कोरिया की सेना के अनुसार, उसके लड़ाकू विमानों ने बुधवार को प्रतिद्वंद्वियों की पूर्वी सीमा के पास तीन मिसाइलें दागी हैं। सेना ने बताया कि उत्तर कोरियाई मिसाइल परीक्षणों के जवाब में यह कार्रवाई की गई है।
जापान के पीएम भी करेंगे बैठक
जापान ने भी उत्तर कोरियाई बैलिस्टिक मिसाइलों के प्रक्षेपण की पुष्टि की है। इसके साथ ही उसने अपने तटरक्षक बल को सतर्क रहने को कहा है। जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने कहा कि हम कोरियाई प्रायद्वीप में बढ़ते तनाव को देखते हुए जल्द से जल्द एक राष्ट्रीय सुरक्षा बैठक आयोजित करना चाहता हूं।
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