राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द होने को लेकर देश भर में ज़बरदस्त सियासी घमासान मचा हुआ है। राहुल को लेकर दिल्ली से मुंबई तक हंगामा जारी है। इस बीच आज राहुल गांधी अपनी सदस्यता और अयोग्यता को लेकर मीडिया के सामने आए हैं। राहुल गांधी अपनी सज़ा और संसद से अयोग्य किए जाने पर बोले कि हिंदुस्तान में लोकतंत्र पर आक्रमण हो रहा है। अडाणी जी की शेल कंपनियां हैं। उसमें 20 हजार करोड़ रुपया किसी ने निवेश किया। ये 20 हजार रुपये किसके हैं। मैंने ये सवाल पूछा था। राहुल ने कहा कि अडानी की कंपनियों में चीन का पैसा है।
ये ओबीसी का नहीं, मोदी और अडानी के रिश्ते का मामला
सूरत कोर्ट के फैसले के बाद संसद सदस्यता रद्द होने के बाद राहुल गांधी ने कहा कि मैं जनता के बीच रहूंगा, यही मेरा काम है। राहुल ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा की मेरी कोई भी स्पीच देख लीजिए। मैंने हमेशा कहा है कि सब समाज एक हैं। नफरत, हिंसा नहीं होनी चाहिए। ये ओबीसी का मामला नहीं है, ये नरेंद्र मोदी और अडानी के रिश्ते का मामला है। भाजपा ध्यान को भटकाने का काम करती है। कभी ओबीसी की बात करेगी, कभी विदेश की बात करेगी।
मैं लोकतंत्र के लिए लड़ता रहूंगा – राहुल गांधी
मैं हिंदुस्तान के लोकतंत्र के लिए लड़ रहा हूं। मैं लोकतंत्र के लिए लड़ता रहूंगा। मैं किसी से नहीं डरता। अगर यह लोग सोचते हैं कि मुझे अयोग्य करवाकर, धमकाकर, जेल में डालकर मेरा मुंह बंद कर सकते हैं तो मेरी वो हिस्ट्री नहीं है। मैं हिंदुस्तान के लोकतंत्र के लिए लड़ रहा हूं और लड़ता रहूंगा। मैं किसी चीज से नहीं डरता हूं।
राजनीति मेरे लिए फैशन नहीं तपस्या है – राहुल गांधी
राजनीति मेरे लिए कोई फैशन की बात नहीं है। मेरे लिए सच बोलना कोई नई बात नहीं है। ये मेरे जीवन की तपस्या है। चाहे मुझे अयोग्य ठहराएं। मुझे मारे-पीटें, जेल में डालें। लेकिन मुझे अपनी तपस्या करनी है। इस देश ने मुझे प्यार दिया है। इसलिए मुझे उसके लिए यह सब करना है।
राहुल बोले कि स्पीकर ने मुझे बोलने क्यों नहीं दिया
राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “मैं सवाल पूछना बंद नहीं करूंगा। अडानी का नरेंद्र मोदी से क्या रिश्ता है ? इन लोगों से मुझे डर नहीं लगता है। राहुल गांधी ने कहा कि स्पीकर ने मुझे बोलने क्यों नहीं दिया। मुझे धमकाकर ये चुप नहीं करा सकते। मैं किसी से डरता नहीं, देशहित में बोलता रहूंगा। मुझे अयोग्य करके मेरी आवाज नहीं बंद कर सकते है।
मेरा नाम सावरकर नहीं, गांधी है……….
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि मुझे फर्क नहीं पड़ता कि मैं संसद के अंदर हूं या बाहर हूं। मुझे अपनी तपस्या करनी है, मैं उसे करके दिखाऊंगा। मेरा नाम सावरकर नहीं है, मेरा नाम गांधी है। गांधी किसी से माफी नहीं मांगता। राहुल गांधी ने कहा कि वायनाड के साथ मेरा पारिवारिक रिश्ता है। मैं न्यायिक व्यवस्था का सम्मान करता हूं। सरकार ने हमें लड़ने के लिए हथियार दे दिया है। राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री मुझसे डरे हुए है, इसलिए मेरी सदस्यता गई। मुझे समर्थन करने वाले विपक्षी दलों का शुक्रिया।
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