लखनऊ (सं)। त्यौहारों का सीजन आने में अभी काफी समय है पर राजधानी लखनऊ में अभी से मिलावटखोर और मुनाफाखोर सक्रिय हो गये हैं। मुनाफाखोरी के चक्कर में आशियाना स्थित एक नामी प्रतिष्ठान से फफूंद लगी मिठाई उपभोक्ता को बेची गई है। फफूंद लगी मिठाई की शिकायत जब उपभोक्ता ने संबंधित विभाग में की तो विभाग की तरफ से सिर्फ प्रतिष्ठान से मिठाईयों के नमूने लेकर अपना पलड़ा झाड़ लिया गया। इतना ही नहीं विभाग के अधिकारियों की तरफ से उल्टे शिकायतकर्ता को ही नियमों का पाठ पढ़ाया गया। शिकायतकर्ता को जब संबंधित विभाग से अपनी शिकायत का कोई फायदा नहीं हुआ तो उसने आशियाना थाने में थानाध्यक्ष को पूरे मामले की जानकारी देकर न्याय की गुहार लगायी है।
यह है पूरा मामला
बता दें कि एलडीए कालोनी कानपुर रोड सेक्टर-1 ए-1603 निवासी पुष्कर मिश्रा ने मंगलवार की रात राज लक्ष्मी मिठाई शॉप से बादाम जलेबी मिठाई खरीदी। घर जाकर मिठाई पत्नी और बच्चों दी। जैसे ही पत्नी और बच्चों ने मिठाई खाई तो उनको उबकाई आने लगी। बच्चे और पत्नी की स्थिति देख पुष्कर ने भी मिठाई खाई तो उनको मिठाई कड़वी लगी। उन्होंने डिब्बे में पैक मिठाई को ध्यान से देखा तो उसमें फफूंद लगी हुई थी। फफूंद लगी मिठाई की शिकायत तत्काल आशियाना थाने में की और साथ में एफएसडीए विभाग के अधिकारियों को दी। विभाग के अधिकारी तो मौके पर नहीं पहुंचे। दूसरे दिन सुबह टीम के साथ अधिकारी प्रतिष्ठान पर पहुंचे। प्रतिष्ठान पर शिकायत कर्ता के साथ विभाग की टीम के पहुुंचने पर खलबली मच गयी। शिकायत कर्ता और प्रतिष्ठान मालिक में नोकझोंक होने लगी। नोकझोंक होती देख विभाग की टीम प्रतिष्ठान से बाहर निकल आयी और मामला शान्त होने पर प्रतिष्ठान से मिठाइयों के नमूने भरे गये।
शिकायतकर्ता ने बताया
शिकायतकर्ता पुष्कर की माने तो उसका कहना है कि विभाग की टीम मौके पर दूसरे दिन गयी, लेकिन सिर्फ तमाशा देखती रही। प्रतिष्ठान मालिक ने उनके साथ बदतमीजी की। उनके पास मौैजूद फफूंद लगी मिठाई सहित इस मामले के साक्ष्य मिटाने की कोशिश की गयी। इतना सब होता रहा पर विभाग की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गयी। उल्टे उन्हें ही नियम कानून बताया जाने लगा। पुष्कर ने बताया कि जब मामला ज्यादा बढ़ गया तो उन्होंने भी कुछ अभ्रद भाषा का प्रयोग किया। वहीं प्रतिष्ठान के मालिक अनिल वरमानी का कहना है कि यह मेरी दुकान की मिठाई नहीं है। इन्होंने मिठाई को बदल दिया है। शिकायतकर्ता की तरफ से पैसे की मांग की गयी।
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सिर्फ नमूने भर कर की इतिश्री
खराब मिठाई नष्ट कराने की जगह टीम ने प्रतिष्ठान में रखी मिठाइयों के सिर्फ नमूना लेकर इतिश्री कर लिया । जबकि अधिकारी ऐसे मामलों में पूरा माल को नष्ट करा देते हैं। विभाग की तरफ से सिर्फ मिठाई के नमूने लेकर अन्य कोई कार्रवाई न करने पर उस दुकानदार को तब तक ऐसी सेहत बिगाडऩे वाली मिठाईयों को बेचने का खुला लाइसेंस दे
दिया है।
जिम्मेदार बोले…
डीएम के निर्देश पर विशेष चेकिंग अभियान चलाया जाता है। अभी यह प्रकरण मेरे संज्ञान में नहीं आया है। वैसे एफएसडीए टीम का यह प्रमुख काम है।
शशिभूषण राय,
सिटी मजिस्टे्रट लखनऊ
आशियाना की मिठाई वाला मामला मेरी जानकारी में है। हमारी टीम ने प्रतिष्ठान से नमूने भरे हैं। हम कोई त्वरित कार्रवाई नहीं कर सकते है। एक अधिकृत दायरे में ही रहकर हमारी टीम जांच पड़ताल कर सकती है।
डॉ. एसपी सिंह
अभिहीत अधिकारी
एफएसडीए लखनऊ
रात में सूचना मिली थी। शिकायतकर्ता के कहने पर वह बुधवार को राज लक्ष्मी मिठाई शॉप पर गये थे। लेकिन वहां पर शिकायतकर्ता और दुकानदार के बीच में बहस होने लगी। जिसपर वह टीम के साथ बाहर आ गये और मामला शान्त होने पर प्रतिष्ठान से मिठाइयों के नमूने भरे गये।
मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी
सुरेश कुमार