लखनऊ : सीएम योगी आदित्यनाथ ने सभी मंत्रियों को शपथ लेने के तीन माह के अंदर अपनी और परिवार के सदस्यों की चल-अचल संपत्ति की सार्वजनिक घोषणा के निर्देश दिये हैं. सीएम योगी ने मंगलवार को विशेष बैठक में मंत्रिपरिषद से कहा कि स्वस्थ लोकतंत्र के लिए जनप्रतिनिधियों के आचरण की शुचिता अति आवश्यक है.
सीएम योगी ने कहा कि लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम के प्रावधानों का अक्षरशः अनुपालन सुनिश्चित करते हुए मंत्रीगणों के लिए निर्धारित आचरण संहिता का पूरी निष्ठा से पालन किया जाये. उन्होंने सभी लोक सेवक आईएएस-पीसीएस (IAS-PCS) को भी अपनी व परिवार के सदस्यों की समस्त चल/अचल संपत्ति की सार्वजनिक घोषणा करने के निर्देश दिये हैं.
यह विवरण आम जनता के देखने के लिये ऑनलाइन पोर्टल पर उपलब्ध कराया जायेगा.मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी मंत्रीगण यह सुनिश्चित करें कि शासकीय कार्यों में उनके पारिवारिक सदस्यों का कोई हस्तक्षेप नहीं हो. हमें अपने आचरण से आदर्श प्रस्तुत करना होगा. मंत्रिपरिषद के समक्ष सभी विभागों के सांगठनिक व्यवस्था से अवगत होते हुए विगत 05 वर्ष में विभाग की उपलब्धियों के परिचय के साथ आगामी 100 दिन, 06 माह, 01 वर्ष, 02 वर्ष और 05 वर्ष की कार्ययोजना का प्रस्तुतिकरण संपन्न हो चुका है.
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अब इस कार्ययोजना को यथार्थ रूप देने का समय है. सभी मंत्री विभागीय अधिकारियों का मार्गदर्शन करें. परियोजनाओं में गुणवत्ता और समयबद्धता को सुनिश्चित करायें. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में हम सभी को अंत्योदय के संकल्प को पूरा करने के लिए प्राण-प्रण से जुटना होगा.
परिवार का दखल नहीं होगा बर्दाशत
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंत्रिपरिषद की विशेष बैठक में इसे लेकर दिशा-निर्देश जारी कर दिए है। सीएम योगी के इस आदेश को बड़ा कदम बढ़ाया जा रहा है। इतना ही नहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह भी कहा कि सभी मंत्रीगण यह सुनिश्चित करें कि शासकीय कार्यों में उनके पारिवारिक सदस्यों का कोई हस्तक्षेप नहीं होगा। सीएम योगी ने स्पष्ट तौर पर कहा कि सरकार के कामकाज में परिवार का दखल बिल्कुल बर्दाशत नहीं किया जाएगा।