लखनऊ : लखनऊ विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग के एसोसिएट प्रो. रविकांत ने एक डिबेट में ज्ञानवापी मामले में और साधु संतों को लेकर विवादित प्रतिक्रिया दी। इससे नाराज एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने लखनऊ विश्वविद्यालय में प्रदर्शन किया।डॉ. रविकांत के खिलाफ कार्यवाई की मांग करते हुए स्टूडेंट्स ने विभाग का घेराव किया। इस दौरान शिक्षक विभाग से चले गए। इसके बाद प्रॉक्टर ऑफिस का घेराव किया और जय श्रीराम, हर-हर महादेव नारे लगाए।
प्रॉक्टर और पुलिस से तीखी नोकझोंक भी हुई। कार्यकर्ता शिक्षक के मांफी मांगने पर अड़े। डॉ. रविकांत ने सफाई दी और कहा कि अगर इससे किसी को ठेस पहुंची तो माफी मांगते हैं, लेकिन छात्र बर्खास्तगी पर अड़े। उधर, इस पर शिक्षकों ने भी नाराजगी जताई है।
नवंबर 2021 में जारी हुआ था वारंट
लखनऊ कोर्ट की ओर से बार-बार नोटिस भेजने के बावजूद जब सपना चौधरी लखनऊ में पहुंचीं तो गिरफ्तारी वारंट 18 नवंबर 2021 को कोर्ट ने जारी किया था। इससे पहले अदालत ने इस प्रकरण में मामला खत्म करने के अनुरोध वाली सपना चौधरी की याचिका को पहले ही खारिज कर चुकी है।
जेएनयू में पहले से ही एबीवीपी और आरएसएस द्वारा स्टूडेंट को प्रताड़ित किया जा रहा है. यह कौन होते हैं. यह डिसाइड करने वाले की स्टूडेंट क्या करेंगे जेएनयू में स्टूडेंट पर हिंसा क्या जा रहा है. इसके लिए हम लोगों ने उनके समर्थन में एक मार्च निकाला है ताकि उन्हें यह एहसास हो कि लखनऊ विश्वविद्यालय के ऑल इंडिया स्टूडेंट एसोसिएशन हमेशा उनके साथ खड़ा है और हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं. इस दौरान तमान स्टूडेंट्स ने एबीवीपी मुर्दाबाद इंकलाब जिंदाबाद के नारे लगाए.
वहीं, से इतर एबीवीपी के छात्रों ने जय श्रीराम के नारे लगाये. एबीवीपी के छात्रों का कहना है कि हम हिंदू धर्म से हैं इसलिए हम इसे पूरी तरह फॉलो करते हैं. हम अपने रीति-रिवाज एवं संस्कारों को पूरी तरह तवज्जों देते हैं. ऐसे में अगर रामनवमी के दिन नॉनवेज न खाया जाए तो कोई बड़ी बात नहीं है.
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