गौरतलब है कि गुजरात में गिरनार जी मंदिर जो कि भगवान नेमिनाथ की कर्म स्थली व लाखो मुनियों की तपस्थली है | जैन धर्म के लोगो के लिये एक बड़ा तीर्थस्थल व आस्था का केंद्र है | वह काफी समय से असामाजिक तत्वों व अन्य लोगो के कब्जे में है | जहां जैन श्रद्धालुओ के पहुँचने पर अभद्र व्यवहार व गुंडागर्दी का प्रयास लगातार किया जाता रहा है | जिसमें जैन समाज के जिम्मेदार लोग व अनेको संतो ने भी इस दुर्व्यवहार के विरुद्ध साथ ही गिरनार जी मंदिर को असामाजिक तत्वों से कब्जा मुक्त कराये जाने हेतु लगातार आवाज उठाई है |
केंद्र व प्रदेश की सरकारों को भी इससे लगातार अवगत कराया जाता रहा है | जैन समाज द्वारा अपनी मांग भी अलग अलग माध्यमो से कई कई बार रखी गयी है | परंतु इसका समाधान आज तक नही हो पाया है | इस पर कदम उठाते हुए जैन एकता मंच की कोर कमेटी ने आपसी विचार विमर्श के बाद गुजरात में जैन समाज पर हो रहे इस अन्याय के विरुद्ध गांधीवादी तरीक़े से समाज की इस लड़ाई को आगे बढ़ाने का निर्णय लिया है |
प्रधानमंत्री मोदी को लिखा पत्र
जिस पर प्रथम कदम बढ़ाते हुए जैन एकता मंच के प्रतिनिधि मण्डल ने जिसमे मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष सतीश जैन व युवा शाखा के राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरव जैन और महिला शाखा की राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनीता जैन ‘काला’ ने संयुक्त रूप से महामहिम राष्ट्रपति महोदया,प्रधानमंत्री मोदी के साथ साथ गुजरात के मुख्यमंत्री को पत्र लिख कर समाज की इस गंभीर समस्या व इस अन्याय के विरुद्ध जैन समाज में लम्बे समय से पनप रहे आक्रोश से अवगत कराने का काम किया है
मांग की है कि जैन समाज की इस धरोहर को समाज की आस्था को ध्यान में रखते हुए असामाजिक तत्वों से मुक्त करा कर जैन समाज को पुनः सौंप दी जाये | सरकारों को चेतावनी भी दी कि जैन समाज के साथ हो रहे अन्याय को यही रोका न गया व न्याय नही मिला तो जैन समाज आने वाले चुनावों में ऐसे दल व नेताओ का बहिष्कार करने का काम करेंगे |
राष्ट्रीय अध्यक्ष सतीश जैन ने कहा
सरकारें चाहे किसी की भी हो जैन समाज को कमजोर समझने की भूल कतई न करें | जैन समाज अपनी न्याय की लड़ाई को लड़ने के लिये एकजुट,जागरूक व सक्षम है | इसके लिये हमें आंदोलन की राह भी पकड़नी पड़ी तो जैन एकता मंच पीछे नही हटेगा | लेकिन किसी भी कीमत पर अपना अधिकार लेकर रहेंगे |
देश के निर्माण में जैन समाज का योगदान महत्वपूर्ण
युवा शाखा के राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरव जैन ने कहा कि सदैव से ही देश के निर्माण में जैन समाज का योगदान महत्वपूर्ण रहा है | लेकिन हर मुद्दे पर जैन समाज की अनदेखी व जैनो पर हो रहे अन्याय पर सरकारों की खामोशी चिंता का विषय है | सरकारे जान लें कि आज जैन समाज एकजुट व जागरूक है | इक्कठा होकर गांधीवादी तरीके से अपने अधिकारों की लड़ाई मजबुती से लड़ना जानता है |
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