Saturday, September 21, 2024
Homeउत्तर प्रदेशआगरा की जेल में गूंजे गायत्री मंत्र, पुरुषों ने किया गायत्री मंत्र...

आगरा की जेल में गूंजे गायत्री मंत्र, पुरुषों ने किया गायत्री मंत्र का पाठ

 डिजिटल डेस्क : कारागार और होमगार्ड मंत्री ने जेलों में गायत्री मंत्र और महामृत्युंजय मंत्र का उच्चारण कराने के निर्देश दिए हैं। उनके निर्देश के बाद अब जेलों में गायत्री मंत्र संकीर्तन की शुरुआत हो गई है। आगरा जिला जेल में राम नवमी पर कैदियों ने गायत्री मंत्र का जाप और भजन किए।जिला जेल में कारागार मंत्री के निर्देश के बाद गायत्री और महामृत्युंजय मंत्र का उच्चारण हुआ। राम नवमी को जिला जेल में सुबह महिला बंदियों ने गायत्री मंत्र के साथ हवन में आहुति दी। इसके अलावा पुरुष बंदियों ने गायत्री और महामृत्युंजय मंत्र का पाठ किया। ढोलक और मंजीरे के साथ मंत्रोच्चारण कर ध्यान किया गया। बड़ी संख्या में बंदियों ने संकीर्तन में भाग लिया।

जेल अधीक्षक ने बताया कि सुबह जेल में प्रार्थना के बाद गायत्री मंत्र और महामृत्युंजय मंत्र का पाठ किया जा रहा है। इसके अलावा हर बैरक में लगे स्पीकर पर 20 मिनट के लिए प्रवचन और नैतिक शिक्षा के पाठों का प्रसारण होता है। आने वाले दिनों में जेल में धार्मिक गुरु और नैतिक प्रवचन के लिए बुलाए जाएंगे, जिससे बंदी तनाव रहित रहे और उनमें बदलाव आए।

धर्मवीर प्रजापति ने कहा

योगी सरकार में कारागार मंत्री धर्मवीर प्रजापति ने जेलों में बदलाव की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि जेलों में बड़ी संख्या में पेशेवर अपराधी बंद रहते हैं। मगर, कुछ बंदी ऐसे होते हैं जो पेशेवर नहीं होते। न चाहते हुए भी उनके साथ कोई घटना घट जाती है और वो जेल में आ जाते हैं। बाद में उन्हें पछतावा भी होता है। ऐसे में मेरे मन में था कि जेलों में ऐसे बहुत से कैदी होंगे, जो अपराध नहीं करना चाहते होंगे, फिर भी उनके साथ अनायास ही घटना घट गई होगी और वो अपनी मानसिकता को बदलना चाहते होंगे।

Read More : लद्दाख में भीषण हादसा, निर्माणाधीन पुल ढहने से 4 मजदूरों की गई जान

ऐसे में मेरी इच्छा है कि उन्हें अवसर दिया जाए, उनकी मनोदशा और व्यवहार बदलने के लिए। ये देश सनातन धर्म को मानने वाला है। ईश्वर को मानने वाले लोग हैं। जहां-जहां प्रवचन, कथा-भागवत और मंत्रों का उच्चारण होता है, वहां पर वातावरण में बदलाव होता है। ऐसे में मैंने निर्देश दिए हैं कि जेलों में प्रार्थना के बाद गायत्री मंत्र या महामृत्युंजय मंत्र का जाप हो, जिससे कैदियों की मनोदशा में बदलाव आए। अगर ऐसा होता है तो जेल से बाहर जाकर वो अच्छा व्यवहार करेंगे।

 

RELATED ARTICLES
- Advertisment -
Google search engine

Most Popular

Recent Comments