नई दिल्ली: बीजेपी नेता और पूर्व सांसद किरीट सोमैया और उनके बेटे नील सोमैया पर पैसे जुटाने के नाम पर जनता का विश्वास जीतने के लिए आईएनएस विक्रांत इस्तेमाल करने का आरोप लगा है. मुंबई की ट्रॉम्बे पुलिस ने आईपीसी की धारा 420, 406 और 34 के तहत मामला दर्ज किया है। इस संबंध में सेना के पूर्व सदस्य बबन वोसल के आरोप के आधार पर आरटीआई के आधार पर मामला दर्ज किया गया है.
57 करोड़ रुपये की निधि के गबन का आरोप
भोंसले के साथ शिवसेना के स्थानीय नेताओं ने बुधवार को पुलिस अधिकारियों से मुलाकात कर इस मुद्दे को उठाया। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि शिकायत के आधार पर भारतीय दंड संहिता की धारा 406 (आपराधिक विश्वास भंग), धारा 420 (धोखाधड़ी) और धारा 34 (साझा मंशा) के तहत किरीट सोमैया, उनके बेटे नील और अन्य के खिलाफ शिकायत दर्ज की गयी है। शिवसेना सांसद संजय राउत ने बुधवार को किरीट सोमैया पर आईएनएस विक्रांत को बचाने के लिए दान के तौर पर लोगों से जमा की 57 करोड़ रुपये की निधि के गबन का आरोप लगाया था। उन्होंने देशद्रोही भी कहा।
आरोप को खारिज करते हुए सोमैया ने कहा था कि अगर राउत के पास कोई सबूत है उन्हें मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को सौंपना चाहिए। सोमैया ने बृहस्पतिवार केा अपने खिलाफ लगे आरोपों पर कहा कि सेव आईएनएस विक्रांत’ के दौरान जमा की गयी निधि में से एक भी पैसे का दुरुपयोग नहीं हुआ। मैं मामले में किसी भी जांच का सामना करने के लिए तैयार हूं। मेरे पास पर्याप्त दस्तावेज और संजय राउत तथा अन्य शिवसेना नेताओं के खिलाफ सबूत हैं। हालांकि, राउत ने कभी मेरे खिलाफ ऐसा कोई सबूत नहीं दिया। मुझे मेरे खिलाफ दायर की गयी प्राथमिकी की प्रति भी नहीं मिली है। राउत के राज्यपाल कार्यालय के एक पत्र का हवाला देने के बारे में पूछने पर भाजपा नेता ने पत्रकारों के सवालों का कोई जवाब नहीं दिया।
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