लखनऊ : राजधानी के लखनऊ विश्वविद्यालय के सामने स्थित सड़क पर गुरुवार सुबह सड़क हादसे में महिला आरक्षक की मौत हो गयी. बताया जा रहा है कि महिला आरक्षक अपने भाई के साथ बाइक पर जा रही थी, इसी बीच वैगनर सवार ने उन्हें टक्कर मार दी, टक्कर इतनी जोरदार थी कि महिला कांस्टेबल की मौके पर ही मौत हो गई.
पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। हाईकोर्ट की सुरक्षा में तैनात सिपाही माला गुरुवार सुबह साढ़े छह बजे अपने साले प्रदीप पांडेय के साथ जरूरी काम से बाइक से जा रही थी। वह लखनऊ यूनिवर्सिटी रोड पहुंची थी कि तभी पीछे से आ रही तेज रफ्तार वैगनर कार ने उसे टक्कर मार दी।
अचानक हुई टक्कर से माला उछल कर सड़क पर जा गिरी। सिर के बल गिरने से वह गंभीर रूप से घायल हो गई। लोगों की भीड़ देखकर वैगनर का कार सवार झील से फरार हो गया। पुलिस मौके पर पहुंची और उसे ट्रामा सेंटर ले गई जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक के भाई अविरल के मुताबिक माला 2016 बैच की कांस्टेबल थी। 1 साल पहले ही उसकी शादी हुई थी।इस हादसे के बाद परिवार में कोहराम मच गया है। रोने से परिवार का हाल बेहाल है। बताया जा रहा है कि मृतक के बहनोई को मामूली चोटें आई हैं। पुलिस आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है। ताकि वैगनआर वाहन की पहचान हो सके।
सहकर्मी बुलाया तो नहीं बोली सरिता
पुलिस की जानकारी के अनुसार आगरा के फतेहाबाद इलाके में प्राइमरी शिक्षक सुरेश चन्द्र परिवारीजनों के साथ रहते हैं। उनकी बेटी सरिता निषाद (26) 2021 बैच की महिला सिपाही है। 11 जनवरी 2022 को उसकी तैनाती पीजीआई पुलिस स्टेशन में हुई थी। वह कल्ली पश्चिम के एकता नगर स्थित किराए के मकान में पहली मंजिल पर रह रही थी। उसके बगल के कमरे में सहकर्मी महिला सिपाही राखी और शीनू भी रहती हैं। शनिवार को सरिता छुट्टी से घर से वापस आई थी। डीसीपी अमित कुमार आनंद के मुताबिक रविवार शाम को 4 बजे उसकी वीआईपी ड्यूटी लगी थी। लिहाजा राखी और शीनू उसे बुलाने के लिए गईं थीं। दोनों ने सरिता को आवाज दी। लेकिन न तो सरिता बोली और न ही दरवाजा खोला।
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