तुर्किये (तुर्की) में भीषण तबाही के बीच एक बार फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए। मंगलवार सुबह आए भूकंप के झटकों की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 5.6 मापी गई। यूएस जियोलॉजिकल सर्वे की वेबसाइट के मुताबिक मंगलवार को भी भूकंप का बड़ा झटका तुर्की में महसूस किया गया है। वेबसाइट के अनुसार, यह झटका सुबह करीब पौने नौ बजे दर्ज किया गया, जिसकी रिक्टर स्केल पर तीव्रता 5.6 रही।
भूगर्भ वैज्ञानिकों का कहना है कि बड़े भूकंप के झटकों के बाद भी तुर्की और सीरिया के सीमाई इलाके में करीब 100 भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप के झटकों से तुर्की और सीरिया में करीब चार हजार से ज्यादा इमारतें ध्वस्त हो गई हैं। जिनमें दबकर बड़ी संख्या में लोगों की मौत की मौत हुई है।
डब्लूएचओ के वरिष्ठ अधिकारियों का अनुमान है कि इस भूकंप में 20 हजार से ज्यादा लोगों की जान गई है। राहत और बचाव कार्य जारी हैं और भारत समेत दुनिया के कई देशों ने तुर्की की मदद के लिए हाथ बढ़ाया है। भारत ने एनडीआरएफ की दो टीमें डॉग स्कवाडय के साथ तुर्की रवाना की हैं। इसके अलावा मेडिकल सप्लाई भी भेजी गई है।
सुबह तुर्की में फिर आया 5.6 की तीव्रता का भूकंप
यूरो-भूमध्यसागरीय भूकंपीय केंद्र का हवाला देते हुए रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार मध्य तुर्की में एक और भूकंप आया। भूकंप की तीव्रता 5.6 मापी गई। कहा जा रहा है कि पहले भूकंप के बाद ऐसे आफ्टर शॉक आने की उम्मीद है। मिशिगन टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी के मुताबिक भूकंप की तीव्रता के अनुसार, 5.6 के भूकंप से “इमारतों और अन्य संरचनाओं को मामूली क्षति” होने की संभावना है।
भूकंप से 24 घंटे में मौत का आंकड़ा 4,300 के पार
आपदा और आपातकालीन प्रबंधन प्राधिकरण का हवाला देते हुए, तुर्की की अंडालू एजेंसी ने कुछ घंटे पहले बताया है कि तुर्की में मरने वालों की संख्या 2,379 से बढ़कर 2,921 हो गई है। वहीं, सीरिया में मृतकों की संख्या फिलहाल 1,444 बनी हुई है, जिसके बाद मौतों की संख्या अब 4,365 हो गई है।
इस भूकंप से हजारों लोग हुए बेघर
तुर्की और सीरिया में हजारों लोग अब बेघर हैं और उन्होंने जमा देने वाली ठंड में पूरी रात बिताई है। भूकंप के केंद्र से लगभग 33 किलोमीटर (20 मील) की दूरी पर एक प्रांतीय राजधानी गाजियांटेप के तुर्की शहर में, लोगों ने शॉपिंग मॉल, स्टेडियम, मस्जिद और सामुदायिक केंद्रों में शरण ली है।
हरसंभव मदद करेगा भारत, भेज रहा एनडीआरएफ की टीम
भारत सरकार ने एचएडीआर (मानवीय सहायता और आपदा राहत) कार्यों के लिए एनडीआरएफ की दो टीमों को तुर्की भेजने का निर्णय लिया है। एनडीआरएफ के ऑपरेशन और प्रशिक्षण के डीआईजी मोहसिन शहीदी ने कहा कि बचाव और राहत कार्यों के संचालन में मदद के लिए एनडीआरएफ की टीमों को भेजा जाता है। जैसा कि आप जानते हैं, तुर्की और सीरिया में भीषण भूकंप आया था, जिसके बाद तुर्की की मदद के लिए एनडीआरएफ के गाजियाबाद की आठ बटालियन में से एक और कोलकाता में दूसरी बटालियन की दो टीमों के लगभग 101 एनडीआरएफ कर्मी इस मिशन के लिए जा रहे हैं।
सात दिन के राष्ट्रीय शोक का ऐलान – राष्ट्रपति एर्दोगन
तुर्किये के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने सात दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने एर्दोआन को फोन किया और संकट की इस घड़ी में उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के सहयोगी तुर्किये के प्रति संवेदना व्यक्त की तथा सहायता की पेशकश की। व्हाइट हाउस ने कहा कि वह तुर्किये के प्रयासों में मदद के वास्ते खोज एवं बचाव दल भेज रहा है।
आईएसआईएस के करीब 20 कैदी फरार
सीरिया में आए एक घातक भूकंप के बाद उत्तर-पश्चिमी सीरिया की जेल में कैदियों ने बगावत कर दी। जिसमें कम से कम 20 कैदी जेल से भाग गए। इस जेल के अधिकतर कैदी आतंकवादी समूह इस्लामिक स्टेट समूह से जुड़े हैं। एक सूत्र ने एएफपी को यह जानकारी दी कि जेल में कुर्द नेतृत्व वाली सेना के लड़ाके भी हैं। सूत्र ने कहा कि तुर्की सीमा के पास सीरिया के राजो शहर में सैन्य पुलिस जेल में लगभग 2,000 कैदी हैं। जिनमें से लगभग 1,300 के आईएस लड़ाके होने का संदेह है।
अंतर्राष्ट्रीय बचाव मिशन की टीम राहत-बचाव में जुटी
अंतर्राष्ट्रीय बचाव मिशन की टीम विनाशकारी भूकंप से मची तबाही वाले दोनों देशों में पहुंची हैं और मंगलवार को जीवित बचे लोगों की खोज कर रही हैं। कठिन परिस्थितियों और ठंड के बीच तुर्की और सीरिया में रात राहत और बचाव कार्य जारी रहा।
मृतकों की संख्या आठ गुना बढ़ सकती है – डब्लूएचओ
विश्व स्वास्थ्य संगठन की वरिष्ठ आपातकालीन अधिकारी कैथरीन स्मॉलवुड का कहना है कि मरने वालों की संख्या 20,000 से अधिक हो सकती है। उन्होंने एएफपी को बताया, “मृतकों की संख्या काफी ज्यादा होने की संभावना बनी हुई है। इसलिए हम अक्सर शुरुआती संख्या में आठ गुना वृद्धि के क्रम में इसे देखते हैं। जब अनुमानित संख्या 2,600 थी तो इस हिसाब से मृतकों की संख्या कई गुना बढ़ जाएगी।
स्मॉलवुड ने कहा, “दुर्भाग्य से, हम हमेशा भूकंपों के साथ एक ही चीज देखते हैं, जो यह है कि मरने वालों या घायल होने वालों की संख्या की शुरुआती रिपोर्ट, इसके मुताबिक मृतकों की संख्या आने वाले सप्ताह में काफी बढ़ जाएगी।
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