रायबरेली : यूपी के डिप्टी CM और स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक सरकारी अस्पतालों की बिगड़ी व्यवस्था को सुधारने के लिए औचक निरीक्षण कर रहे हैं। आज दोपहर करीब 12 बजे वो रायबरेली की बछरावां CHC पहुंच गए। बृजेश पाठक को देख स्वास्थ्यकर्मी सकते में आ गए।अस्पताल में गंदगी देख बृजेश पाठक का पारा चढ़ गया।
उन्होंने डॉक्टरों और कर्मचारियों को फटकार लगाई। बृजेश पाठक ने कहा कि अगर साफ सफाई करने में आप लोगों को परेशानी है तो मुझे बताइए मैं सफाई कर देता हूं, लेकिन निवेदन है कि शासनादेश का पालन करिए।बृजेश पाठक ने ड्यूटी रजिस्टर भी चेक किया। एक डॉक्टर की अनुपस्थिति पर CMO रविंद्र सिंह से फोन पर सवाल-जवाब किया। इसके साथ ही CHC में एडमिट मरीजों से मुलाकात कर इलाज के बारे में जानकारी ली।
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डिप्टी सीएम ने मरीजों से पूछा- दवाइयां मिल रहीं हैं?
बृजेश पाठक ने ‘मरीजों से पूछा, समय से दवाइयां मिल रही है कि नहीं। समय से डॉक्टर देखने आते हैं कि नहीं। वहीं बृजेश पाठक को देख CHC के बाहर लोगों का जमावड़ा लग गया। लोगों ने उनको अपनी समस्याएं बताई है। डिप्टी CM ने उनको समाधान का आश्वासन दिया। इसके बाद वह हरचंदपुर CHC की तरफ निकल गए।
31 मार्च- लखनऊ के सिविल अस्पताल का निरीक्षण
स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक ने लखनऊ के श्यामा प्रसाद मुखर्जी अस्पताल का औचक निरीक्षण किया था। अस्पताल के डायरेक्टर आनंद ओझा से व्हील चेयर दिखाने को कहा था। व्हील चेयर में पहिए नहीं थे। इस पर फटकार लगाई थी।
18 अप्रैल- बाराबंकी के जिला अस्पताल का निरीक्षण
मरीज बनकर डिप्टी सीएम सीधे OPD पहुंचे थे। लाइन में लगकर पर्चा बनवाया था। 40 मिनट तक अस्पताल में रहे थे। सील पैक मशीन देख डिप्टी सीएम का पारा चढ़ गया था। उन्होंने कहा था कि ये सरकार ने रखने के लिए नहीं खरीदी है। डिप्टी सीएम ने कहा था कि मैं बहुत दुखी हूं।