उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में बीती रात दो सगी बहनों के शव पेड़ से लटके पाए जाने के बाद जमकर हंगामा हुआ। इस मामले में परिवार ने लड़कियों को जबरन उठाकर ले जाने, रेप और हत्या करने का आरोप लगाया है। लड़कियों की मां ने मीडिया और पुलिस को बताया है कि आरोपी उनकी बेटियों को जबरन मोटरसाइकिल पर बिठाकर ले गए और साथ ही उन्होंने बताया कि जब उसने आरोपियों को रोकने की कोशिश की तो आरोपियों ने उसके साथ मारपीट की। परिवार और गांव वालों ने बाद में लड़कियों की तलाश की और उनके शव एक पेड़ से लटके मिले।
महिला ने आरोप लगाया है कि उसकी बेटियों के साथ रेप किया गया और फिर उनकी हत्या कर दी गई। आरोपियों पर हत्या और रेप से संबंधित आईपीसी की धाराओं और पॉक्सो के तहत आरोप लगाए गए हैं। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। देर रात गांव वालों और परिवार ने जमकर हंगामा और विरोध प्रदर्शन भी किया। गांव वालों से तीखी नोकझोंक के बाद, पुलिस शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजने में सफल रही। पुलिस ने देर रात इस मामले में कुल छह लोगो को गिरफ्तार कर लिया है |
आरोपियों में छोटू, सुहेल, जुनैद, हफीजुल्लाह, करीमुद्दीन, आरिफ शामिल हैं। एक अभियुक्त जुनैद को पुलिस ने झंडी चौकी क्षेत्र में मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया है। आरोपी जुनैद के पैर में गोली लगी है। पकड़े गए आरोपियों के कपड़े का और उनका डीएनए टेस्ट भी कराया जा रहा है। वहीं मामले में सियासत भी तेज हो गई है | कांग्रेस,समाजवादी पार्टी,बहुजन समाज पार्टी,आम आदमी पार्टी,तृणमूल कांग्रेस समेत कई विपक्षी दल भाजपा सरकार पर हमलावर हैं |
पड़ोसी छोटू ने कराई थी दोस्ती
मामले में एसपी लखीमपुर खीरी संजीव सुमन ने घटना का खुलासा करते हुए बताया कि प्राइमरी इन्वेस्टिगेशन के दौरान पता चला कि छोटू नाम का युवक जो कि किशोरियों के घर के पास रहता है | छोटू ने लालपुर गांव निवासी दोस्तों, जिनमें जुनेद, सोहेल, हाफिजुर रहमान के साथ लड़कियों की दोस्ती कराई | जिसके बाद तीनों बहला-फुसलाकर किशोरियों को घर से ले गए | इसके बाद किशोरियों के साथ दुष्कर्म किया गया |
रेप,हत्या समेत गम्भीर धाराओं में मुकदमा दर्ज
परिजनों की तरफ से दी गई तहरीर के आधार पर निघासन थाने में पोक्सो,रेप,हत्या समेत गम्भीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। इससे पहले पुलिस पर पंचनामा ठीक से न करने का आरोप लगाकर ग्रामीणों ने कई घंटे तक रास्ता जाम किया। इस वारदात की खबर मिलते ही लखीमपुर से लेकर लखनऊ तक प्रशासन हरकत में आ गया। वारदात जानकारी मिलते ही उत्तर प्रदेश के एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार ने भरोसा दिलाया कि इस मामले में सख्त एक्शन लिया जाएगा।
ग्रामीणों ने रास्ता जाम कर किया प्रदर्शन
दरअसल, निघासन कोतवाली क्षेत्र के एक गांव से कुछ दूरी पर गन्ने के खेत में पेड़ पर फंदे से लटकते दो नाबालिग सगी बहनों के शव मिले। लड़कियां दलित समुदाय की हैं। इस घटना के विरोध में स्थानीय ग्रामीणों ने निघासन चौराहे पर रास्ता जाम कर प्रदर्शन किया। एसपी संजीव सुमन और एएसपी अरुण कुमार सिंह बड़ी संख्या में पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और नाराज ग्रामीणों को उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया।
अखिलेश यादव ने हाथरस कांड से की तुलना
सपा मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने इस मुद्दे को लेकर प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस घटना की तुलना हाथरस कांड से करते हुए ट्वीट किया, ‘‘निघासन पुलिस थाना क्षेत्र में दो दलित बहनों को अगवा करने के बाद उनकी हत्या और उसके बाद पुलिस पर पिता का ये आरोप बेहद गंभीर है कि बिना पंचनामा और सहमति के उनका पोस्टमार्टम किया गया। लखीमपुर में किसानों के बाद अब दलितों की हत्या ‘हाथरस की बेटी’ हत्याकांड की जघन्य पुनरावृत्ति है।
प्रियंका ने कहा- कब जागेगी सरकार ?
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया, ‘लखीमपुर में दो बहनों की हत्या की घटना दिल दहलाने वाली है। परिजनों का कहना है कि उन लड़कियों का दिनदहाड़े अपहरण किया गया था। रोज अखबारों व टीवी में झूठे विज्ञापन देने से कानून व्यवस्था अच्छी नहीं हो जाती। आखिर उत्तर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ जघन्य अपराध क्यों बढ़ते जा रहे हैं? कब जागेगी सरकार ?
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