डिजिटल डेस्क : उत्तर प्रदेश के वाराणसी में प्रसिद्ध ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर चल रहे विवाद के बीच अब सिविल कोर्ट ने मथुरा में श्रीकृष्ण की जन्मस्थली के पास स्थित प्रसिद्ध शाही ईदगाह मस्जिद को सील करने की याचिका को स्वीकार कर लिया है. कोर्ट ने मामले की सुनवाई के लिए 1 जुलाई की तारीख तय की है। आपको बता दें कि मथुरा में 13.37 एकड़ जमीन के मालिकाना हक को लेकर सिविल कोर्ट में मामला पहले से चल रहा है. इसमें से 11 एकड़ जमीन मंदिर के पास और बाकी ईदगाह के पास है।
दरअसल, अधिवक्ता महेंद्र प्रताप सिंह ने मुथरा सिविल जज सीनियर डिवीजन की अदालत में एक अर्जी दाखिल की थी, जिसमें उन्होंने शाही ईदगाह को सील करने और वहां सुरक्षा बढ़ाने, वहां आवाजाही पर रोक लगाने और सुरक्षा अधिकारी नियुक्त करने की मांग की है.
श्री कृष्ण जन्मभूमि संपत्ति पर विवाद
ज्ञानवापी मस्जिद विवाद का जिक्र करते हुए महेंद्र प्रताप सिंह ने कहा, “जिस तरह से ज्ञानवापी मस्जिद, वाराणसी में हिंदू शिवलिंग के अवशेष मिले हैं, उससे स्थिति स्पष्ट हो गई है कि प्रतिवादी इस कारण से शुरू से ही वहां विरोध कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि ‘यह स्थिति श्री कृष्ण जन्मभूमि संपत्ति की है, जो वास्तविक गर्भगृह है, जहां सभी हिंदू धार्मिक अवशेष, कमल शेषनाग, ओम, स्वस्तिक आदि हिंदू धार्मिक प्रतीक और अवशेष हैं। इसमें से कुछ को मिटा दिया गया है और कुछ को प्रतिवादी समाप्त करने का प्रयास कर रहे हैं। इस स्थिति में, यदि हिंदू अवशेषों को नष्ट कर दिया जाता है, तो संपत्ति का चरित्र बदल जाएगा और वाद का उद्देश्य पराजित हो जाएगा।
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महेंद्र सिंह ने वही कहा, ‘माननीय न्यायालय से अनुरोध है कि परिसर में सभी की आवाजाही को प्रतिबंधित कर परिसर की समुचित सुरक्षा की व्यवस्था की जाए या परिसर को सील कर दिया जाए।’आपको बता दें कि मथुरा में शाही ईदगाह और श्री कृष्ण जन्मभूमि को लेकर काफी समय से विवाद चल रहा है और इस मामले की सुनवाई वहां की सिविल कोर्ट में चल रही है.