मुश्किल दौर से गुजर रही कांग्रेस 20 सालों में पहली बार अध्यक्ष पद पर चुनाव कराने जा रही है। इस बार कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव बहुत ही रोमांचक दौर में जा रहा है। हालांकि कांग्रेसी कार्यकर्ता इसे असमंजस भरा मान रहे हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी अपनी जिद पर अडिग हैं कि वह चुनाव नहीं लड़ेंगे। हालांकि कांग्रेस के एक धड़े की ओर से उन्हें मनाने की लगातार कोशिश की जाती रही। जोकि अभी भी जारी है। मगर अब कांग्रेस के नेता ही कहने लगे हैं कि राहुल गांधी अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं लड़ेंगे। जबकि कुछ नेता अभी भी उनसे उम्मीद लगाए बैठे हैं।
चर्चाएं हैं कि कांग्रेस के जी-23 के नेता शशि थरूर नामांकन दाखिल कर सकते हैं और उनका मुकाबला गांधी परिवार के भरोसेमंद अशोक गहलोत से होगा। लेकिन कांग्रेस नेता अशोक गहलोत इस मुकाबले के लिए तैयार नहीं बताए जा रहे। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि वह अब भी कांग्रेस नेता राहुल गांधी को मनाने की कोशिश में जुटे हैं कि वह पार्टी अध्यक्ष बनने पर सहमत हो जाएं। कांग्रेस में अध्यक्ष पद की दावेदारी के लिए गांधी परिवार से फिलहाल कोई भी चुनावी मैदान में नहीं होगा। इस बात का इशारा कांग्रेस आलाकमान ने पार्टी के चुनिंदा वरिष्ठ नेताओं की बैठक के बीच किया।अशोक गहलोत 26 तारीख को नामांकन दाखिल कर सकते हैं।
कोशिश कर रहे राहुल गांधी अध्यक्ष बनने को राजी हो
अध्यक्ष पद पर चुनाव 17 अक्टूबर को होना है और उससे पहले अशोक गहलोत हर कोशिश कर रहे हैं कि राहुल गांधी ही अध्यक्ष बनने को राजी हो जाएं। दरअसल अशोक गहलोत को लेकर कहा जा रहा है कि उनकी चिंता अध्यक्ष बनने से ज्यादा सीएम की कुर्सी को लेकर है। अशोक गहलोत को लगता है कि यदि वह अध्यक्ष बनने निकलते हैं तो राज्य में अस्थिरता पैदा होगी और भाजपा ऑपरेशन लोटस चला सकती है। इसके अलावा उन्हें इस बात की भी चिंता है कि प्रतिद्वंद्वी सचिन पायलट को सीएम पद मिल सकता है।
सचिन पायलट के दिल्ली दौरे से हलचल हुई तेज
सचिन पायलट के दिल्ली आने से इस बात की चर्चाएं तेज हो गई थीं कि उन्हें सीएम पद मिल सकता है | जिसके लिए वह बरसों से इंतजार कर रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि अशोक गहलोत चाहते हैं कि उनका मातहत नेता ही सीएम पद संभाले। इससे वह राजस्थान में भी अपनी पकड़ बनाए रख सकेंगे। यदि ऐसा नहीं हो पाता है तो फिर वह कांग्रेस का कार्यकारी अध्यक्ष बनते हुए सीएम पद भी संभालने की बात हाईकमान से कर सकते हैं। वहीं राजस्थान में कांग्रेस का एक वर्ग चाहता है कि सचिन पायलट को सीएम के तौर पर एक मौका मिलना चाहिए।
कोई भी लड़ सकता है चुनाव
हालांकि पार्टी से जुड़े एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि शशि थरूर के चुनाव लड़ने की चर्चाओं को लेकर कुछ भी नया नहीं है। पार्टी के उक्त वरिष्ठ नेता कहते हैं कि उनकी पार्टी में चुनाव लोकतांत्रिक तरीके से होता है। इसलिए शशि थरूर या अशोक गहलोत समेत कोई और भी चाहे तो राष्ट्रीय अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ सकता है। वे कहते हैं कि इसके लिए किसी की भी अनुमति की आवश्यकता नहीं है। चुनाव लड़ने के लिए इस पूरी प्रक्रिया की जानकारी संबंधित जिम्मेदार व्यवस्थापकों के माध्यम से सभी को दे दी है। ऐसे में हर कोई चुनाव लड़ने के लिए स्वतंत्र है।
30 सितंबर तक नामांकन
बता दें कि कांग्रेस में अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया 24 सितंबर से शुरू हो रही है और 30 सितंबर तक नामांकन दाखिल किए जा सकेंगे। यदि अध्यक्ष पद के लिए दो या उससे ज्यादा लोग नामांकन करते हैं तो फिर 17 अक्बूटर को मतदान होगा। इसके बाद 19 तारीख को परिणाम जारी होंगे।
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