सीतापुर: समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव से पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान की नाराजगी की खबरों के बीच बड़े-बड़े राजनीतिक नेताओं का उनसे मिलने सीतापुर जेल पहुंचने का सिलसिला जारी है. ताजा नाम आजम खान से मिलने सीतापुर जेल पहुंचे नेताओं में आचार्य प्रमोद कृष्णम का है। कांग्रेस नेता के सीतापुर जिला जेल पहुंचने पर राजनीतिक कयास लगाए जा रहे हैं.सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के निर्देश पर रविवार को पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल पूर्व मंत्री रविदास मल्होत्रा के साथ सीतापुर जेल पहुंचा, हालांकि आजम खान से मुलाकात नहीं हो सकी. मिली जानकारी के मुताबिक आजम खान ने उनसे मिलने से इनकार कर दिया था. हालांकि इसके लिए सपा विधायक मेहरोत्रा ने जेल प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया था।
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रविदास मेहरोत्रा ने सीतापुर जेल के बाहर मीडिया से बातचीत में कहा था, ‘आजम खान की तबीयत ठीक नहीं है। वह सो रहा है। बीजेपी ने आजम खान को साजिश के तहत 26 महीने जेल में रखा है. उनके खिलाफ छोटे-मोटे मुकदमे दर्ज हैं। बीजेपी उन्हें कभी भी जेल में मार सकती है. उन्हें फांसी के प्रमोद बैरक में रखा गया है।बता दें कि पिछले कई दिनों से आजम खान की अखिलेश यादव से नाराजगी की खबरें जोरों पर हैं. इन्हीं खबरों के बीच शुक्रवार को शिवपाल यादव ने सीतापुर जेल पहुंचकर उनसे मुलाकात की थी. इस बीच अखिलेश यादव ने रविवार को लखनऊ में कहा कि समाजवादी पार्टी आजम खान के साथ है और पार्टी उनकी जमानत के लिए प्रयास करेगी.
क्यों सपा से नाराज़ हुए आज़म खान?
आज़म खान और उनके परिवार की नाराज़गी उस वक़्त खुल कर सामने आई जब 10 अप्रैल को रामपुर में आज़म खान के मीडिया प्रभारी फ़साहत खान उर्फ़ शानू ने समाजवादी पार्टी की मीटिंग में खुलकर अखिलेश यादव पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि अखिलेश ने आज़म को बलि का बकरा बना दिया है. वो नहीं चाहते कि आजम जेल से बाहर आएं. इतना ही नहीं फसाहत खान ने सपा अध्यक्ष पर बुरे वक़्त में उनका साथ नहीं देने का आरोप लगाते हुए कई गंभीर हमले किए. इसके बाद से यूपी में सपा के कई नेताओं ने आज़म खान के समर्थन में इस्तीफे दे दिए.