उत्तर प्रदेश के लखनऊ में आज कांग्रेस ने विधानसभा का घेराव करने का ऐलान किया है जिसके बाद विधानसभा भवन की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। साथ ही यूपी कांग्रेस के दफ्तर के बाहर बैरिकेडिंग लगा दी गई है ताकि कांग्रेस के कार्यकर्ता विधानसभा तक ना पहुंच पाएं। दरअसल, खाद की कालाबाजारी, महंगाई और बेरोजगारी को लेकर कांग्रेस यूपी में प्रोटेस्ट कर रही है और योगी सरकार को घेरने की कोशिश कर रही है। लखनऊ में कांग्रेस के प्रोटेस्ट को देखते हुए यूपी विधानसभा की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। प्रदेश अध्यक्ष अजय राय समेत चार दर्जन कांग्रेस नेताओं को नोटिस दिया गया है। लखनऊ में धारा 163 लागू कर दी गई है। यूपी कांग्रेस के नेताओं के घर पर पुलिस फोर्स तैनात है।
कांग्रेस नेताओं को नोटिस
यूपी पुलिस ने घेराव के मद्देनजर सुरक्षा कड़ी कर दी है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय, निवर्तमान प्रदेश महासचिव संगठन अनिल यादव, दिनेश सिंह सहित दो दर्जन से ज्यादा वरिष्ठ नेताओं को नोटिस भेजा है। कांग्रेस पार्टी के नेता और कार्यकर्ता विधानसभा के घेराव के लिए सड़कों पर उतरने के लिए तैयार हैं, जिससे यूपी की राजनीतिक हलचल बढ़ने की संभावना है। बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है और संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त सुरक्षा उपाय किए गए हैं। विधानसभा और उसके आसपास के इलाकों में सुरक्षाकर्मी चौकस हैं, ताकि किसी भी अप्रिय घटना से निपटा जा सके।
कांग्रेस नेताओं को पुलिस ने किया हाउस अरेस्ट
कांग्रेस के लखनऊ प्रदर्शन में जा रहे कई कांग्रेस नेताओं को नोएडा में पुलिस ने गिरफ्तार किया है। कई नेताओं को हाउस अरेस्ट कर लिया गया है। इसी तरह सुल्तानपुर और वाराणसी से भी लखनऊ आ रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पुलिस ने पकड़ लिया है। इस बीच औरैया जिला कांग्रेस कमेटी का आरोप है कि विधानसभा घेराव के पहले ही कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं को नजरबंद कर लिया गया है। आरोप है कि औरैया के दिबीयापुर थाना क्षेत्र में कांग्रेस के प्रदेश महासचिव अंशु तिवारी को उनके ही घर में नजरबंद कर दिया गया है और घर के बाहर भारी पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई। जबकि अन्य कार्यकर्ताओं को भी नजरबंद किया गया है।
पुलिस बेरिकेड्स पर चढ़ गए कांग्रेस कार्यकर्ता
योगी सरकार की कानून व्यवस्था के विरोध में कांग्रेस नेता धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। भारी पुलिस सुरक्षा के बावजूद कांग्रेसी नेता बेरिकेड्स पर चढ़ गए। कार्यकर्ता अपने हाथ में बैनर और पोस्टर लिए हुए हैं। इनमें सरकार विरोधी स्लोगन लिखे हुए हैं। कांग्रेस दफ्तर के बाहर भारी पुलिस बल मौजूद है। वही कांग्रेस प्रवक्ता मनीष हिंदवी ने कहा कि कांग्रेस नेताओं को डराने-धमकाने तथा उन्हें रोकने के लिए पुलिस बल का इस्तेमाल करने के बावजूद हजारों कार्यकर्ता पार्टी कार्यालय पहुंच चुके हैं। उन्होंने कहा, “इसका नेतृत्व कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय तथा उत्तर प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे करेंगे। कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडे, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय समेत कई कांग्रेस नेताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया।
मंथरा का काम न करें- मंत्री एके शर्मा
यूपी विधानसभा सपा विधायक ओम प्रकाश सिंह और बिजली मंत्री एके शर्मा के बीच दिलचस्प जुबानी जंग देखने को मिली, जब सपा विधायक ने उन्हें बिजली और मीटर के मुद्दे पर घेरने की कोशिश की। इसके जवाब में एके शर्मा ने कहा कि वो उनके और सीएम योगी आदित्यनाथ के बीच में मंथरा वाला काम न करें, क्योंकि वो दिल्ली सबसे कम जाने वाले नेता है और जो भी करते हैं मुख्यमंत्री के आशीर्वाद से करते हैं। एके शर्मा जब सपा सदन में ये बयान दे रहे ते उनके आगे बैठे सीएम योगी भी मुस्कुरा रहे थे।
डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने ली चुटकी
यूपी कांग्रेस के विधानसभा घेराव को लेकर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने चुटकी ली है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और सपा में फूट हो चुकी है। संभल मामले में भी दो धाराओं में सपा और कांग्रेस बंटे नजर आ रहे हैं। मौर्य ने बुधवार को विधानसभा सत्र में भाग लेने से पहले पत्रकारों से कहा कि सपा कह रही है कि लोकसभा चुनाव में जीत उनके कारण मिली है। वहीं कांग्रेस का कहना वह उनके कारण जीते हैं। दोनों अपने अपने महत्व को दर्शाना चाहते हैं।
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