Sunday, August 3, 2025
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पैर में दर्द, करें ये इलाज

भागदौड़ वाली ज़िन्दगी में थकन होना और पैर में दर्द होना तो मामूली सी दिक्कत लगती है लेकिन आपके पैरो का दर्द सहन करने के बहार है तो ऐसे कैसे उपचार है जिन्हे अपना कर आपके पैरो को बहुत रिलैक्स महसूस होगा। आज पैरों में दर्द होना एक आम समस्या बन गई है ।

पहले पैरों में दर्द होने का मुख्य कारण बढ़ती उम्र थी, लेकिन अब यह दर्द जवान लोगों और बच्चों में भी दिख रहा है । ऐसे तो पैरों में दर्द होने के कईं कारण हो सकते हैं परंतु कुछ कारण ऐसे हैं जिनके बारे में आपको पता होना चाहिए और यदि लक्षण दिखें तो उनकी पहचान करें और फौरन किसी डॉक्टर को दिखाएं ।

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क्या होता है पैर में दर्द ?

ऐसे तो पैरों में दर्द होने के कईं कारण हो सकते हैं लेकिन अगर पैर का दर्द गंभीर या लंबे समय तक है तो उसके कुछ मुख्य कारण भी हो सकते हैं। आइये जानते है उनके बारे में –

• मांसपेशियों में खिंचाव

कभी-कभी एक्सरसाइज करने , दौड़ने, सीढ़ियां चढ़ने-उतरने या किसी काम को करते-करते मांसपेशियों में खिंचाव आ जाता है और यही खिंचाव अगर जल्दी ठीक न किया जाए तो जीवनभर का दर्द बन जाता है । इसलिए यदि मांसपेशियों में खिंचाव महसूस हो तो फौरन डॉक्टर से कंसल्ट करें ।

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• टिश्यू की कमज़ोरी

यदि घुटनों से लेकर पैर के निचले हिस्से के किसी टिश्यू पर किसी प्रकार का वजन या भार पड़ता है तो टिश्यू के कमज़ोर हो जाने की संभावना बनी रहती है और फिर पैरों में सूजन आने लगती है जो धीरे-धीरे पैरों में दर्द का अनुभव करवाती हैं ।

• जूते-सैंडल सही चुनें

आपको यह जानकर हैरानी होगी कि अमेरिका की रिसर्च ऐजेंसी द्वारा किए एक सर्वे में यह बात निकलकर आयी है कि आज पैरों में दर्द होने का एक अहम कारण जूते और सैंडल का सही तरीके से चयन न करना है । लोग फैशन के चक्कर में ऐसे जूते और सैंडल पहन लेते हैं जो आरामदायक नहीं होते और महिलाओं में सैंडल की हील इतने अलग प्रकार की होती है कि उन्हें उसे पहनकर चलने में दिक्कत होती है और यही दिक्कत आगे चलकर पैरों में दर्द की वजह बनती है, क्योंकि इनसे पैर के तलवों और हड्डियों में गांठ बनने का खतरा रहता है ।

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• गठिया

गठिया यूं तो बूढ़ापे और बढ़ती उम्र की समस्या है, लेकिन अब यह दिक्कत जवान लोगों में भी देखने को मिल रही है । यदि पैरों में बार-बार अकड़न महसूस हो रही है, तो यह गंभीर आर्थराइटिस हो सकता है और कुछ समय बाद गठिया को जन्म दे सकता है ।

• वेर्रुकास

यदि पैर के तलवों में छोटी-छोटी गांठे बनने लगे तो इसे वेर्रुकास कहते हैं । यह समस्या होने पर खड़े होने और चलते समय पैरों में दिक्कत महसूस होती है ।

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• इडिमा

जब पैरों में सूजन के साथ भारीपन हो और साथ में दर्द का अनुभव हो तो यह दर्द इडिमा कहलाता है ।

• वजन का बढ़ना

जितना वजन अधिक होगा, पैरों में दर्द होने की संभावना उतनी अधिक रहेगी,क्योंकि शरीर का पूरा वजन पैरों पर आता है । इसलिए ध्यान रहे वजन को नियंत्रित करके रखें और उसे बढ़ने न दें ।

पैर दर्द के लक्षण :

पैरों के दर्द को पहचानना बहुत आवश्यक है और इसके लिए आपको इसके लक्षणों की पहचान होनी चाहिए –

1. पैरों में अचानक दर्द महसूस हो जो फिर बढ़ जाए ।

2. किसी तरह की चोट के कारण होने वाला दर्द ।

3.  पैर के निचले हिस्से में गांठ महसूस होना ।

4. पैर में सूजन या भारीपन का अनुभव होना ।

5.  मांसपेशियों में खिंचाव आने पर होने वाला दर्द ।

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रखे इन चीज़ो का ध्यान?

पैरों के दर्द के इलाज से बेहतर है पैरों का रखरखाव और उनकी रोकथाम करना, इसलिए कुछ बातों का ध्यान अगर पहले ही रख लिया जाए तो बेहतर है ।

1. याद रहे पैरों में हमेशा गद्देदार मोटे सोल वाले जूते, चप्पल या सैंडल पहनें ।

2. महिलाओं को इस बात का विशेष ख्याल रखना है कि ऊंची हील की सैंडल न पहनें।

3. वजन कंट्रोल में रखें । याद रखिए जितना वजन अधिक होगा, पैरों में दर्द होने की उतनी संभावना रहेगी ।

4. यदि आप एक्सरसाइज़ या कुछ वजन उठाने वाला काम कर रहे हैं तो पहले थोड़ा वार्म-अप या स्ट्रेचिंग अवश्य करें ।

5. पैरों की स्वच्छता का खास ख्याल रखें ।

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उपचार

पैर दर्द होने पर इलाज के कईं तरीके हैं ।कई लोग पेरासिटामोल [Paracetamol] भी दर्द को कम करने के लिए लेते है, पर कोशिस यही होनी चाहिए आपकी की आप नेचुरल उपचार का प्रयोग करे। चलिए जानते है उन उपचार के बारे में –

1. अगर पैर में होने वाला दर्द किसी अंदरुनी चोट की वजह है तो जहाँ चोट लगी है उस हिस्से में शुरु के दिनों में बर्फ से सिकाई करें ।

2. अगर चोट को 4-5 दिन से अधिक हो गए हैं और दर्द बना हुआ है तो गर्म पानी से सिकाई करें ।

3. पैर के दर्द वाले हिस्से को किसी भी तरह की चोट से बचाने के लिए फुट पैड [foot pad ] का इस्तेमाल करें ।

4. जिस पैर में दर्द है, कोशिश करें कि उसपर हमेशा दबाव कम रहे और किसी प्रकार का प्रैशर न पढ़े ।

5. जितना हो सके बैड रेस्ट करें और पैर को आराम दें । रिलैक्स रहे और कोशिस करे तनाव ना ले ज्यादा

6. ज्यादातर लोग दर्द को कम करने के लिए पेरासिटामोल [Paracetamol] या किसी अन्य पेनकिलर को खा लेते है जिसे बाद में आपको तकलीफ भीहो सकती है इसीलिए अपनी इच्छा से कोई पेनकीलर न लें ।

7. दूध में हल्दी डालकर पी सकते हैं। हल्दी दूध के और भी फायदे होते है इसीलिए हल्दी का दूध रोज़ पीने की कोशिस करे।

ज्यादा दिन अगर आपका पैर का दर्द वैसे ही बने रहे तो अपने डॉक्टर से कंसल्ट करे।

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