केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए महंगाई भत्ते (डीए) में बढ़ोतरी का लंबा इंतजार कल यानी 3 अक्टूबर को खत्म हो सकता है। केंद्रीय कैबिनेट की विशेष बैठक कल यानी गुरुवार को होने जा रही है। इस बैठक में डीए बढ़ोतरी पर फैसला आने की पूरी उम्मीद है। बताते चलें कि केंद्र सरकार के कर्मचारी और पेंशनर डीए बढ़ोतरी की घोषणा का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, जो आमतौर पर सितंबर के अंत में की जाती है। हालांकि, इस साल इसकी घोषणा में देरी हुई है। डीए में बढ़ोतरी में देरी पर, केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों, पेंशनरों और श्रमिकों के परिसंघ ने हाल ही में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को पत्र लिखा था।
डीए में 4% की बढ़ोतरी हुई थी
वर्तमान में डीए कर्मचारी के मूल वेतन का 50% है। पिछली बार डीए में 4% की बढ़ोतरी की घोषणा इस साल मार्च में की गई थी, लेकिन इसे जनवरी 2024 से पूर्वव्यापी रूप से लागू किया गया था। पिछली बढ़ोतरी के बाद, डीए मूल वेतन का 50% था। इस वृद्धि के बाद, ऐसी अटकलें लगाई जा रही थीं कि सरकार डीए को मूल वेतन में मिला सकती है और 0% डीए से नए सिरे से शुरुआत कर सकती है। हालांकि, सरकार ने लगातार कहा है कि ऐसा कोई प्रस्ताव विचाराधीन नहीं है। इस बात की पूरी संभावना है कि सरकार इस बार DA/DR में 3% की बढ़ोतरी करेगी। डीए बढ़ोतरी की गणना अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (AICPI) के आधार पर की जाती है, जो विभिन्न क्षेत्रों में खुदरा कीमतों में बदलाव को ट्रैक करता है।
डीए में किस आधार पर होती है वृद्धि
आपको बता दें कि महंगाई भत्ते की दरें, उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पर आधारित होती हैं। महंगाई बढ़ने के साथ ही कर्मचारियों के भत्ते में भी इजाफा होता है। सरकारी कर्मचारियों के वेतन में महत्वपूर्ण हिस्सा डीए (Dearness Allowance) होता है। सरकार समय समय पर अपने कर्मचारियों को महंगाई से राहत देने के लिए डीए देती है। इसी तरह केंद्र सरकार के पेंशनरों को डीआर देती है।
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