संसद का मानसून सत्र गत 20 जुलाई से शुरू है | लेकिन पिछले 6 दिनों से दोनों सदनों में कोई कामकाज नहीं हो सका है और सत्र में हंगामा हो रहा है | मणिपुर के मुद्दे पर विपक्ष के हंगामे के कारण लोकसभा और राज्य़सभा को बार-बार स्थगित करना पड़ रहा है | वहीं केंद्र सरकार का कहना है कि वह विपक्ष की मणिपुर पर चर्चा की मांग को लेकर राजी है | लेकिन विपक्ष संसद में मणिपुर हिंसा पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान की मांग कर रहा है |
अविश्वास प्रस्ताव पर जल्द चर्चा
संसद में शुक्रवार (28 july) को भी मणिपुर मामले पर विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया | कांग्रेस पार्टी का कहना है कि लोक सभा में लाए अविश्वास प्रस्ताव पर जल्द चर्चा कराई जानी चाहिए ,क्योंकि संसदीय परंपराओं और नियमों के अनुसार जबतक अविश्वास प्रस्ताव पर बहस नहीं हो जाती , तब तक किसी विधायी कार्य को अंजाम नहीं दिया जा सकता |
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसद में मणिपुर मुद्दे पर बयान नहीं देने के विरोध में गुरुवार को विपक्षी गठबंधन ‘ इंडियन नेशनल डेवलपमेंट इंक्लूसिव अलायंस ‘ के घटक दलों के सभी सांसद मणिपुर मुद्दे पर सरकार के विरोध में काले कपड़े पहनकर संसद पहुंचे थे |
संसद मानसून सत्र ,विपक्ष ने की नारेबाजी
गुरुवार को भी दोनों सदनों में विपक्ष ने जमकर नारेबाजी की, जिसके चलते लोकसभा और राज्यसभा को बार-बार स्थगित करना पड़ा | सरकार का आरोप है कि विपक्ष खुद मणिपुर पर चर्चा नहीं करना चाहता है, क्योंकि उसे डर है कि संसद में चर्चा हुई तो पश्चिम बंगाल, राजस्थान, छत्तीसगढ़, झारखंड, बिहार में हो रहे आपराधिक वारदातों पर भी बात होगी |केंद्र सरकार की तरफ से संसद सुचारू रूप से चलाने को लेकर तालमेल बिठाने के लिए विपक्ष के साथ बातचीत की कोशिश की गई है| लेकिन विपक्ष पीएम मोदी के बयान की मांग पर अड़ा है|
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