एलआईसी आईपीओ: भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) की आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) प्रक्रिया में तेजी लाई जा रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आईपीओ के लिए जमा किए गए ड्राफ्ट पेपर को सोमवार को बाजार नियामक सेबी से मंजूरी मिल सकती है. सूत्रों के मुताबिक, सरकार ड्राफ्ट पेपर की मंजूरी के कुछ दिनों के भीतर सेबी को रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्ट (आरएचपी) जमा कर सकती है।
अधिकारी ने कहा कि सरकार जल्द ही सेबी के सभी सवालों के जवाब देने की कोशिश करेगी. फिर वह बाजार की अस्थिरता और अन्य पहलुओं का आकलन करने के बाद आरएचपी जमा करने के लिए आगे बढ़ेगा।
सभी विवरण जल्द ही पता चल जाएगा
एलआईसी के आरएचपी में सरकार आईपीओ लॉन्च की तारीख की घोषणा कर सकती है। साथ ही इसके एलआईसी आईपीओ साइज, शेयर प्राइस बैंड और अन्य जानकारियां दी जाएंगी। एलआईसी ने 13 फरवरी को आईपीओ के लिए ड्राफ्ट पेपर जमा किए।
युद्ध के कारण स्थिति बदली
सरकार एलआईसी में अपनी 5 फीसदी हिस्सेदारी या करीब 31.6 करोड़ शेयर बेचेगी। जब एलआईसी के आईपीओ के लिए ड्राफ्ट पेपर पेश किया गया, तो सरकार ने विभिन्न स्तरों पर कहा कि वह किसी भी मामले में 31 मार्च से पहले आईपीओ लॉन्च करना चाहती है। लेकिन इस बीच रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध ने बाजार की स्थिति को बदल कर रख दिया है।
रूस और यूक्रेन में युद्ध के कारण दुनिया भर के शेयर बाजारों में गिरावट आई है और निवेशकों ने बाजार से मुंह मोड़ लिया है। ऐसे में सरकार द्वारा नियुक्त मर्चेंट बैंकरों ने आईपीओ को एक से दो महीने के लिए टालने का सुझाव दिया है।करीब 65,000 से 70,000 करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी चल रही है
एलआईसी का आईपीओ भारत के इतिहास का सबसे बड़ा आईपीओ होगा। सरकार इस आईपीओ से करीब 65,000 से 70,000 करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी कर रही है। ऐसे में इस आईपीओ की सफलता के लिए सभी प्रकार के निवेशकों के पूर्ण समर्थन की आवश्यकता होगी।
निवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन (दीपम) के सचिव तुहीन कांत पांडे ने शुक्रवार को कहा कि सरकार निवेशकों के हित में एलआईसी के आईपीओ के संबंध में कोई भी फैसला लेगी। उन्होंने कहा कि सरकार चालू वित्त वर्ष में एलआईसी का आईपीओ लाना चाहती है, लेकिन इस समय कुछ अप्रत्याशित घटनाएं हो रही हैं। हम बाजार पर कड़ी नजर रखे हुए हैं।