डिजिटल डेस्क : गंगा-यमुना की पावन लहरों से सजी देवभूमि उत्तराखंड की 70 सीटों पर वोटिंग चल रही है। राज्य के कई गांवों में सड़क व अन्य मूलभूत सुविधाएं नहीं मिलने से ग्रामीणों के मतदान का बहिष्कार करने की खबरें हैं। इसके बावजूद अधिकतर इलाकों में मतदान का भारी उत्साह है। राज्य में दोपहर 3 बजे तक 49.24% लोग वोट डाल चुके हैं। खासतौर पर बुजुर्ग मतदाताओं ने भी वोट करने में आगे बढ़कर हिस्सेदारी की है।देहरादून की सहसपुर विधानसभा में 100 साल के लाल बहादुर के बाद 106 साल की बुजुर्ग कान्ता देवी ने भी अपने मताधिकार का प्रयोग किया है।
भीमताल में मतदान कर्मी को हार्ट अटैक, सड़क नहीं होने से एंबुलेंस भी नहीं पहुंची
पहाड़ी एरिया में सड़क नहीं होने से आम जनता को कैसी परेशानी होती है, इसका नजारा भीमताल विधानसभा सीट पर एक मतदान कर्मचारी को हार्ट अटैक आने पर देखने को मिला। ओखलकांडा के बूथ नंबर 47 में पीठासीन अधिकारी नवीन चंद्र जोशी को हार्ट अटैक आने पर बुलाई गई 108 सेवा एंबुलेंस वहां तक नहीं पहुंच सकी है, क्योंकि इस बूथ तक अभी सड़क मार्ग नहीं पहुंचा है। नवीन जोशी को डोली के जरिए 4 किलोमीटर पैदल चलकर एंबुलेंस तक लाया जा रहा है।
सबसे ज्यादा मतदान उत्तरकाशी में
इससे पहले सुबह 9 बजे तक राज्य में 5.15% और 11 बजे तक 18.97% वोटर्स ने मतदान किया था, जबकि दोपहर 1 बजे तक 35.97% लोग वोट डाल चुके थे। दोपहर 3 बजे तक उत्तरकाशी में सबसे ज्यादा 56.23% वोटर्स ने अपना वोट डाला ता, जबकि जबकि सबसे कम 43.17% मतदान अल्मोड़ा में हुआ है।
वोटिंग से जुड़े अन्य अपडेट्स…
चुनाव के दौरान सभी बूथ पर आयोग की तरफ से मतदाताओं के लिए ग्लव्स, सेनिटाइजर और मास्क की व्यवस्था की गई थी। अधिकतर बूथ पर लाइन में लगने के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने के लिए गोले भी खींचे गए थे।
हल्द्वानी के बनभूलपुरा एरिया में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच मारपीट हुई है। सपा कार्यकर्ताओं के बूथ पर फर्जी मतदान का आरोप लगाए जाने के कारण दोनों पक्षों के आपस में भिड़ने की जानकारी मिली है।
राज्य में मतदान के लिए सबसे बड़ी चुनौती बर्फीले इलाकों में आधे से ज्यादा बूथ होना माना जा रहा था। राज्य के 11647 बूथ में से 766 बर्फबारी वाले एरिया में बनाए गए हैं। मौसम विभाग ने सोमवार को मतदान के दौरान बारिश और बर्फबारी की चेतावनी दी थी। इसके बावजूद आज मतदान सुचारू तरीके से चल रहा है।
चुनाव आयोग ने इस बार विधानसभा चुनाव में एक अनूठा प्रयोग भी किया है। राज्य में छह पोलिंग बूथ पर पूरी तरह दिव्यांग कर्मचारी ही मतदान कराने की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। इन मॉडल बूथ में 2-2 देहरादून और हरिद्वार में हैं, जबकि नैनीताल और उधम सिंह नगर में 1-1 बूथ बनाया गया है।
नैनीताल के जिलाधिकारी धीरज गर्ब्याल पोलिंग बूथ नंबर 58 का निरीक्षण करने पहुंचे और वहीं पर मतदाता सूची में अपना नाम होने के कारण वोट भी डाल दिया। इसे ही कहते हैं एक पंथ-दो काज।
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