डिजिटल डेस्क : यूपी विधानसभा चुनाव की तारीख की घोषणा के बाद नेताओं के दल बदलने की बाढ़ आ गई है. कुछ दिन पहले स्वामी प्रसाद मौर्य और दारा सिंह समेत तीन मंत्रियों, जो योगी सरकार में मंत्री थे और कई विधायक सपा में शामिल हुए थे, को बीजेपी को बड़ा झटका लगा. इसके जवाब में बीजेपी ने बुधवार को मुलायम सिंह यादव की सबसे छोटी बहू अपर्णा यादव को सदस्यता देकर सपा को बड़ा धक्का दिया है. अपर्णा के बीजेपी में शामिल होने के कुछ समय बाद ही शिवपाल यादव के बीजेपी से संपर्क की खबरों ने सियासी माहौल को और गर्म कर दिया था.
उधर, लक्ष्मीकांत वाजपेयी के शिवपाल यादव को लेकर दिए गए बयान से माहौल गर्म हो गया है. हालांकि मामले की पुष्टि नहीं हो सकी। उधर, प्रोग्रेसिव पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने भी लक्ष्मीकांत वाजपेयी के बयान को खारिज कर दिया. शिवपाल सिंह यादव ने ट्वीट किया कि लक्ष्मीकांत वाजपेयी के इस दावे में कोई सच्चाई नहीं है कि मैं भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो सकता हूं। यह दावा पूरी तरह से निराधार और निराधार है। मैं अखिलेश यादव के नेतृत्व वाले समाजवादी पार्टी गठबंधन के साथ हूं और अपने समर्थकों से राज्य में भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकने और राज्य में समाजवादी पार्टी गठबंधन सरकार बनाने का आह्वान करता हूं।
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